SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP-UNA-010720 |
Case year | 01-Jul-2020 |
Type of atrocity | Murder |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 01-Jul-2020 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: UNA(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | BANGANA |
Complaint date | 01-Jul-2020 |
FIR date | 13-Jul-2020 |
यह घटना जिला ऊना की तहसील हरोली के गांव पंजावर की है. यह गांव ऊना मुख्यालय से 28 कि०मी० की दुरी पर नॉर्थ जाँन की तरफ है. राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. घटना सिथित इस गांव में चमार जाति के 50 घर, मुस्लिम जाति के 200 घर, राजपूत जाति के 30 घर, जट जाति के 10 घर, ब्राहमण जाति के 42 घर, बाती (OBC) 300, जुलाहा जाति के 2 खत्री जाति के 5 घर, नाइ जाति के 15 घर है इस गांव में 10th तक प्राइमरी स्कुल है इस गांव में डिस्पेंसरी भी है व् पानी की भी कोई समस्या नहीं है.इसी गांव में चमार जाति में से शमशेर सिंह स्पुत्र ख़ुशी राम रहता है जिसकी उम्र 47 साल की है. शमशेर सिंह घर में रह कर खेती बाड़ी का काम करता है व मौजूदा में गांव के बार्ड नंबर 7 का पंच भी है. शमशेर सिंह शादी शुदा है वे इसके तीन बच्चे है दो बेटीयाँ व् एक बेटा है. बड़ी बेटी की नबम्बर में शादी रखी हुई है छोटी बेटी बीएससी कर रही है व बेटा जोकि बैल्डिंग का काम करता था किसी दूकान मालिक के पास.
दिनाक 1 जुलाई 2020 को शमशेर सिंह का बेटा करणदीप जिसकी उम्र 21 वर्ष की थी हर रोज़ की तरह करीब 8:30 बैल्डिंग का करने के लिए बडूही अपने दूकान मालिक के पास गया करणदीप को उसका मालिक हर महीने 12 हज़ार महीना देता था. करीब 2 बजे करणदीप का फोन शमशेर सिंह को आया की पिता जी मुझे मेरा बैंक एकाउंट बताना मैंने पैसे निकलवाने है और LIC की किश्त देनी है. तो शमशेर सिंह ने कहा की पुत्र तू घर आ जा घर में पैसे पड़े है तू लेजा पर करणदीप ने अपनी बहन को फोन करके एकाउंट नम्बर ले लिया और PNB बैंक चोकी मनीयार से 6 हज़ार रुपये निकलवा कर LIC बीमा की किश्त दे दी. फिर करीब 6 बजे शाम मुझे मेरी माता जी ने करणदीप को गांव के ही आशीष कुमार स्पुत्र अशोक कुमार जाति बाती (OBC) के साथ मोटरसाइकिल पर जाते हुए देखा आशीष कुमार फ़ौज में भर्ती हुआ है व अपनी टरेनिंग करके छुट्टी आया है. करीब 7:30 बजे शाम गांव के प्रधान विपिन कुमार का फोन आया की आपके बेटे ने नहाते समय चैक डैम में छलांग लगा दी है जल्दी डैम पर आओ जब वहां जाकर मैंने देखा तो बहुत सारे लोग मौजूद है और पुलिस भी आई हुई है इतने में प्रधान ने बताया की शमशेर तेरा बेटा इस दुनिया में नहीं रहा उसकी चैक डैम में डूबने से मौत हो गई है.वहां मौका से आशीष कुमार गायव था उसका छोटा भाई अनमोल मौजूद था उसने बाद में बताया की मैंने ही अपने भाई को भागने को बोला है की तेरी नौकरी का सवाल है. पुलिस ने जब आशीष का ब्यान लिया तो उसने झूठ बताया की करणदीप ने उसके 1800 रूपये के बूट पानी में फेंक दिए थे वो पानी में लाने के लिए गया था पर जो आशीष ने अपने फोन में डैम पर की वीडियो बनाई है उसमे करणदीप को जबरदस्ती पानी में नहाने को बोला जा रहा है. इससे प्रतीत होता है की एक योजना तहत करणदीप की ह्त्या की गई है.
करणदीप को उसकी मृत्यु वाले दिन उसके परिवार के लोगों ने आरोपी मुख्य लड़के के साथ देखा है. हैरानी की बात है की जिस चैक डैम में करणदीप की लाश बरामद हुई है उस डैम पर कोई भी नहाने नहीं जाता है और उस डैम का पानी बहुत ही गन्दा व् दिखने में काले रंग का है. इस घटना में एक सोची समझी साजिश के तहत ही करणदीप की ह्त्या करके उसको आत्महत्या घोषित किया जा रहा है. बड़े दुःख की बात है की करणदीप ही अपने बूढ़े माँ बाप का इकलौता सहारा था पर आज दिन तक पुलिस की और से दोषियों प्रति कोई कार्यवाही ना हुई है.
इसके बाद NDMJ की टीम मौका पर गयी व FIR दर्ज करने वारे SP से मिला गया और पीड़ित परिवार वालो को सात्वना देते हुए न्याय दिलवाने का भरोसा दिया.