SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | Bhartiya Jan Sewa Ashram |
Case code | UP-62 JNP-27 |
Case year | 02-Feb-2022 |
Type of atrocity | SC/ST (POA) Act |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 02-Feb-2022 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: JAUNPUR(DP) State: Uttar Pradesh |
Police station | Sarpataha |
Complaint date | 02-Feb-2022 |
FIR date | 02-Feb-2022 |
गरीब दलित सावित्री देवी पत्नी बनवारी गौतम ग्राम लखरैया के घर मे घुसकर दिनांक 2-2-2022 की सुबह 9:50 बजे ब्रह्माण व यादव कुल मिलकर लगभग 15 लोग गोलबंद होकर इनकी बहू सीमा देवी व बेटा प्रमोद को घर मे घुसकर मारे पीटे जबकि घटना दिनाँक 1-2-2022 की शाम 7:30 बजे मोटर साइकिल पर सवार होकर दलित बस्ती के एक महिला व दो पुरुष आ रहे थे की महिला के हाँथ मे एक बांस की डेलरी थी रास्ते मे खड़े विवेकानंद यादव को डेलरी छू गया इसी बात को लेकर उसी वक्त विवेकानन्द यादव और उनके भाई परमानन्द यादव लाठी डंडा लेकर माँ बहन व चमार चमकटिया साले की गाली देते हुए दलित बस्ती मे घुस गए बस्ती मे मौजूद लोगों ने उनसे हाँथ जोड़े और माफी मांगे वापस चले गए इसी बात को लेकर दिनांक 2-2-2022 को सुबह 9:50 पर परमानन्द यादव भाई विवेकानन्द यादव पुत्रगण राम बरन यादव राजेन्द्र मिश्र पुत्र सालिक राम मिश्र गुड्डू पुत्र रामजीत व अन्य कुल 15 लोग गोलबंद होकर आए दलित बस्ती मे घुसकर महिलाओ एवं पुरुषों को मारने पीटने लगे एवं माँ बहन व चमार चमकटिया साले व भद्दी गालियां देते हुए बरामदे मे रखी कुर्सी को लाठी से मार-मारकर तोड़ दिए और सावित्री देवी के बाये हाँथ पर लाठी से मारे जिसमे काफी चोटे आई है और सीमा देवी के कमर व पीठ के हिस्से मे काफी चोटे आई है मारने पीटने के बाद दलित बस्ती को जला देने व जान से मारने की धमकी देते हुए वापस चले गए इसके बाद घटना की सूचना 112 नं पुलिस को दिया गया मौके पर आई पुलिस घटना की पूछ ताछ व देखभाल कर थाना सरपतहाँ जाने व प्रार्थना पत्र देने का सलाह देकर चली गई इसके बाद गाँव के कई महिला एवं पुरुष थाने पर प्रार्थना पत्र लेकर गए थानाध्यक्ष महोदय द्वारा उनका प्रार्थना पत्र रख लिया गया और दूसरा प्रार्थना पत्र बोलकर लिखवाए और उसी पर एफ आई आर दर्ज कर मेडिकल के लिए सी एच सी भेज दिए जिसमे सभी पीड़ित परिवार मेडिकल कराकर कुछ हास्पिटल से दवा लेकर घर वापस लौट आए