SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | Dalit Dasta Virodhi Andolan |
Case code | PB-RPG-22 |
Case year | 07-Jun-2016 |
Type of atrocity | |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 07-Jun-2016 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: RUPNAGAR State: Punjab |
Police station | Nangal Dam |
Complaint date | 31-Dec-1969 |
FIR date | 31-Dec-1969 |
यह घटना जिला ऊना में पड़ते गांव सनोली के साथ लगते जीरो पॉइंट बार्डर पंजाब में पड़ते गांव हाजीपुर की है. इस गांव में दलित परिवार में से सवर्ण दास सपुत्र स्व: मलूका रहता है जो की चमार जाति से सम्बंधित है. उनके घर व ज़मीन हिमाचल में भी गांव सनोली में है पर गांव सनोली के जीरो पॉइंट बार्डर पर सवर्ण दास ने पंजाव के जाटों से ज़मीन खरीद कर अपना मकान बनाया व 35 साल से वही अपने बच्चों सहित रह रहा है सवर्ण दास के 4 बेटे 1 बेटी है सभी शादी शुदा है व अपने अपने परिवार सहित सवर्ण दास के साथ ही रहते है. सवर्ण दास के घर में जो पानी और बिजली का कनेकशन लगा हुआ है व हिमाचल से ही है क्योंकि कुछ वर्ष पहले जीरो पॉइंट बार्डर परहिमाचल सरकार द्वारा पानी बिजली का कनेशन दिया जाता था. सवर्ण दास की ज़मीन के नम्बर में से 10 मरले ज़मीन में हड्डा रोड़ी (मरे पशुयों की चमड़ी उतारने का स्थान) है जी की उसके घर के बिलकुल पास है जब से सवर्ण दास ने अपना घर बनाया तब से वहा पर मरे पशुयों की चमड़ी नहीं उतारी गई पर 2013 में इसी गांव के जाट परिवारों ने पंचायत के साथ मिल कर साथ ही लगते हिमाचल के गाँव संतोषगढ़ से चमार जाति से सम्बंधित महिंदर कुमार को बुलाकर उस हड्डा रोड़ी (मरे पशुयों की चमड़ी उतारने के स्थान) पर मरे पशुयों की चमड़ी उतारने का काम शुरू करवा दिया जिस कारण वहा पर रह रहे और दलित परिवारों को भी बहुत बड़ी समस्या खड़ी हो गई इसी कारण वहां कुत्तो की भीड़ जमा हो गई और हड्डा रोड़ी ( मरे पशुयों की चमड़ी उतारने के स्थान) के पास से सवर्ण दास को अपने घर तक आना जाना मुश्किल हो गया कई बार उसके परिवार के सदस्यों को कुत्तों ने काट खाया व मरे पशुयों का मांस व हड्डियां सवर्ण दास के घर में कुतो द्वारा फैला दी गई सवर्ण दास व अन्य दलित परिवार के घर वालों ने इस घटना की शिकायत पुलिस में की और इस केस को हाईकोर्ट चण्डीगढ़ तक लेकर गए. इस पर कोर्ट ने वहां पर पंचायत से हड्डा रोड़ी ( मरे पशुयों की चमड़ी उतारने के स्थान) में पशुयो की चमड़ी उतारने से मना कर दिया और उस जगह पर दीवार करने को कहा इसी रंजिश के चलते पंचायत और जाट परिवार के लोगों ने सवर्ण दास के घर को जाने वाले रास्ते में दीवार दे दी और दूसरी और से जाने बाले रास्ते में काटें दार तार लगा दी और रास्ता बंद कर दिया अब सवर्ण दास के परिवार को तारों के विच में से ही गुजरना पड रहा है. हड्डा रोड़ी ( मरे पशुयों की चमड़ी उतारने के स्थान) की दीवार करते समय पंचायत व जाटों ने 2 कर्म रास्ता सवर्ण दास का जो की शामलात ( सरकारी भूमि) है उसे भी कवर दिया. इस वजह से अब उसे बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.