SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
Type ATM < your message > Send to 9773904050
Case posted by | NDMJ |
Case code | MP-KNW-04-22 |
Case year | 19-Jul-2022 |
Type of atrocity | Murder |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 19-Jul-2022 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: KHANDWA(DP) State: Madhya Pradesh |
Police station | Moghat Road |
Complaint date | 03-Aug-2022 |
FIR date | 01-Jan-1970 |
मृतका सुमित्रा पति स्व. अखिलेश भील 19 जुलाई 2022 को पेट में दर्द होने की वजह से सोनी अस्पताल जिला खंडवा में इलाज के लिये आई थी. जहां पर वह पहले भी इलाज के लिये आ चुकी थी। सोनी अस्पताल खंडवा में सोनोग्राफी और कुछ जांचे कर के उसे छोटा सा आपरेशन कर ठीक हो जाने का भरोसा अस्पताल प्रबंधन ने दिलाया। और 20 हजार रुपये जमा कराने को कहा. जिस पर परिजनों ने रुपये का इंतजाम कर इलाज के लिये कागजों पर साइन कर दिये। दूसरे दिन 20 जुलाई 2022 की रात को सुमित्रा का सर्जरी किया गया। जिसके बाद सुमित्रा की हालत बिगड़ने लगी तो 21 जुलाई 2022 को अस्पताल प्रबंधन ने किसी दूसरे डाक्टर से कंसल्ट कर दूसरा आपरेशन किया। जिसके लिये 50 हजार रुपये मांगे, जिसका इंतजाम तुरंत में परिजनों ने खेत गिरवी रख कर किया। दूसरे आपरेशन के बाद से सुमित्रा की हालत और बिगड़ती चली गई।
स्थिति में सुधार ना होने पर अस्पताल प्रबंधन ने हाथ खड़े कर दिये, तब परिजनों मोघट थाना पहुंच कर शिकायत की, जिस पर पुलिस प्रशासन ने चिकित्सा विभाग और कलेक्टरेट को सूचित किया. दोनों विभागों के अधिकारी आकर सोनी अस्पताल का मुआयना किये और इलाज के लिये कहा। परिजनों ने सुमित्रा की जान बचाने के लिये अच्छे अस्पताल में इलाज करवाने का डाक्टर रेणु सोनी, सोनी अस्पताल प्रबंधन द्वारा आस्वासन दिये जाने पर एफआईआर दर्ज नहीं करवाई और 3 जुलाई 2022 को मरीज को लेकर बाम्बे हास्पिटल इंदौर गये। जहां पर एक और आपरेशन किया गया, लेकिन सुमित्रा की जान नहीं बची और 5 जुलाई 2022 को मृत्यु हो गई। सुमित्रा की डेडबाडी लेकर परिजन अपने गांव हीरापुर पहुंचे ही थे कि मोघट थाना से फोन आने पर खंडवा ले जाकर मृतका का शव परिक्षण कराया।
कुछ दिनों बाद सोनी अस्पताल प्रबंधन द्वारा समझौता कर लेने के लिये सुमित्रा के परिजनो को फोन कर कुछ रुपये लेने के लिये कहा गया। थाना मोघट द्वारा भी बयान दर्ज कराने के लिये बुलाया गया। जब वे लोग मोघट थाना में सोनी अस्पताल के द्वारा गलत इलाज करने की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे तो थाने में रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
मृतका सुमित्रा के पति अखिलेश की 11 जून 2022 को आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो चुकी है, इस प्राकृतिक आपदा में तीन लोगों की मौत हुई थी। प्राकृतिक आपदा में मौत होने का 4 लाख रुपये की राहत राशी मृतका सुमित्रा को प्राप्त हुई थी। सुमित्रा और अखिलेश के दो बच्चे हैं, आशीष 4 वर्ष, आंचल 2 वर्ष की। इन दोनों बच्चों के माता – पिता और दादा का साया नही है, अब दादी प्रमिला बाई है जो मासूमों की देखभाल कर रही है।