SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP-SLN-028 |
Case year | 20-Jun-2018 |
Type of atrocity | Abuses by caste name in any place within public view |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 20-Jun-2018 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: SOLAN(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | DARLAGHAT |
Complaint date | 20-Jun-2018 |
FIR date | 20-Jun-2018 |
यह घटना जिला सोलन की तहसील अर्की के गांव नेयोडी की है. इस गांव में ब्राहम्ण जाति के 6 घर, खत्री 1 घर, राजपूत 3 घर, जुलाहा 5 घर, चमार जाति के 70 घर लोहार जाति 5 घर व शिम्बा जाति का एक घर है, इस नेयोडी गांव में शिम्बा जाति में से कांशी राम इस गाम में रहता है. 2005 में कांशी राम ने गांव नेयोडी में किरपा राम स्पुत्र लाला राम जाति शिम्बा से 1 वीगा 9 विस्वा ज़मीन खरीदी व् इसी ज़मींन से साथ लगती 3 विस्वा नन्द लाल स्पुत्र सन्तु जाति जुलाहा से खरीदी कांशी राम पुश्तैनी साथ लगते गांव क्यारतु से है. 3 विस्वा ज़मींन की कागजो में एंट्री ली गई तो मुस्तरका खाता में नागेन्द्र स्पुत्र मणि राम जाति राजपूत निवासी नेयोड़ी का नाम निकल आया इस नाम आने की वजह से 25000 रूपए नागेन्द्र को देनें पड़े व 20000 नन्द लाल को देने पड़े व इसके इलावा नरेश स्पुत्र निक्का राम जाति राजपूत निवासी गयाना का भी इस 3 विस्वा ज़मीं में नाम था इसे भी कांशी राम को 20000 रुपए देने पड़े. नागेन्द्र ने कागजों में कांशी राम के साथ धोखा किया 3 विस्वा की बजाये 2 विस्वा ही नाम लिखे व् कब्जा 3 विस्वा का ही दिया व् पैसे भी 3 विस्वा के लिए पर एव हर आये दिन 1 विस्वा को लेकर नागेन्द्र कांशी राम से झगड़ा करता आ रहा है 2011 से. जो उसका झगड़ा नाजायज़ है 1 विस्वा का झगड़ा कर रहा है. कांशी राम का मकान व नागेन्द्र का आमने सामने है नागेन्द्र के मकान के पीछे कांशी राम का मकान है.
20/06/18 सुबह 9 बजे कांशी राम अपनी पत्नी के साथ काम पे जा रहा था की आचानक नागेन्द्र का बेटा रविंदर अपने घर से निकल आया और कांशी राम को गालिया देने लगा और रास्ता रोक कर खड़ा हो गया. और कांशी राम को लात घूंसों से मारने लगा इतने में नागेन्द्र उसकी पत्नी संती व इन्ही के परिवार में से अमर सिंह के बेटे भागीरथ , ब्रज लाला , राजू भी वहा आ गए और कांशी राम को डंडो से पीटने लगे व कहने लगे साला शिम्बा कही का हमारी ज़मींन पे कब्जा करता है हमारे सामने हमारे रास्ते से गुजरता है जबकि वो रास्ता पुश्तैनी आम रास्ता है. कांशी राम को उसकी पत्नी ने बड़ी मुस्किल से उनके चुंगल से छुडाया कांशी राम वैसे भी एक टांग से अपंग है. उनके द्वारा रास्ता रोकने पर दुसरे लम्बे रास्ते से जाकर कांशी राम ने अपनी शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई व मेडिकल करवाया पर पुलिस ने कोई ठोस कार्यवाही ना की है व मामला भी IPC धारा 341 व् 34 में दर्ज किया है. इससे पहले भी बहुत सारी शिकायते पुलिस को दी गई है पर आज दिन तक कोई भी कार्यवाही पुलिस ने अमल में ना लाइ है.