SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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खंडवा जिले की पुनासा तहसील अंतर्गत सरल्या गांव में एक आदिवासी महिला से इस वर्ष 7 मार्च को होली के समय गांव के ही अपराधिक प्रवृत्ति के अधेड़ हरि प्रजापति ने बुरी नियत से रंग लगाने के बहाने छेड़छाड़ की थी, जिसका महिला ने विरोध किया था और अपने पति और परिजनों के शाम को घर वापस आने पर घटना बताई थी। जिस पर परिजनों ने आरोपी हरि प्रजापति (ओबीसी) को समझाईश देने उद्देश्य से उसके घर जाकर बात की। और पुलिस चौकी में भी जाकर रिपोर्ट लिखे जाने का अनुरोध किया था लेकिन पुलिस चौकी पुनासा में फरियादियों की रिपोर्ट नहीं लिखी गई थी और सादा आवेदन ले लिया था।
इस घटना के बाद से ही आये दिन सुबह शाम आरोपी हरि प्रजापति और उसके बेटे (जिन पर थाना नर्मदा नगर में चोरी और मारपीट के कुछ केस दर्ज है) राह चलते आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ गाली गलोज और छेड़छाड़ कर खुले आम धमक देने लगे कि पुलिस हमारा कुछ नहीं कर सकती, कहीं भी शिकायत कर लो...। इस तरह से वे आदिवासी समुदाय के लोगों को उकसाने का काम करने लगे। प्लानिंग के तहत 12 मार्च को हरि प्रजापति शाम को रोड किनारे उसके घर से दारू पीकर गालियां दे रहा था, जिसका आदिवासी समाज के लोगों ने विरोध किया। उधर उसके बेटों ने पुलिस चौकी पुनासा, मूंदी और खंडवा में फोन कर उनके साथ आदिवासी समाज के लोगों द्वारा संगठित होकर मारपीट किये जाने झूठी शिकायत फोन पर कर दी। इधर आदिवासी समुदाय जब अपने घरों में थे तभी हरि प्रजापति ने स्वंय के मकान के एक कोने में आग लगा ली और शोर मचाने लगा। उधर 50 किलोमीटर दूर खंडवा से और 20 किलोमीटर दूर मूंदी टाउन से भारी पुलिस बल कुछ ही देर में पहुंच गया। पूरे गांव को चारो तरफ से घेर लिया और आदिवासी समुदाय के समस्त युवक पुरुषों को घरों से निकाल निकाल कर गिरफ्तार कर लिया। सरल्या गांव में धारा 144 लगा कर चारो तरफ से नाकाबंदी कर दी गई।
इतनी बड़ी घटना घटने की खबरें किसी को पता नहीं चली और ना ही प्रशासन ने कोई मीडिया को सूचना दी। गांव के लोगों में इतनी दहशत बैठा दी की कोई भी बोलने को तैयार नहीं था कि एक सप्ताह तक गांव में क्या हुआ।
जब माहौल शांत हुआ तब कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों को पता चला कि आखिर सरल्या गांव में हुआ क्या था। अभी वर्तमान में गिरफ्तार किये गये 9 आदिवासी पुरुषों में से 8 की जमानत हो चुकी है, एक चुन्नीलाल जेल में है।
यह घटना जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव छ्परोह की है यह गांव जिला मुख्यालय से 35 कि०मी० की दुरी पर है इस गांव में चमार जाति में राजेश कुमार सपुत्र स्व: कर्म चन्द रहता है जो कि अनुसूचित जाति से सम्बन्धित है जिसने अपने साथ लगते गांव छपरोह खुर्द से अंजू बाला सुपुत्री सुरम सिंह से शादी की है जोकि स्वर्ण जाति से सम्बंधित है. अंजू बाला का परिवार राजेश कुमार के साथ शादी के खिलाफ था, उनका कहना था की हम अनुसूचित जाति में अपनी लडकी की शादी नही होने देंगे. जिसके चलते पिछले महीने की 29 तारीख को DC कॉलोनी ऊना में मोजूद शिव मन्दिर में दोनों ने शादी कर ली और वहां से शादी का प्रमाण पत्र हासिल किया ,शादी के बाद अंजू व् राजेश कुमार कुछ दिन के लिए मनाली की तरफ चले गये व् वापिस आकर उन दोनों ने पुलिस थाना बंगाणा में अपनी शादी की रिपोर्ट दर्ज करायी ,और वहां पर अंजू बाला ने बताया की वह पहले शादीशुदा थी और साल 2019 में खानगी पंचायत में उसका तलाक हुआ है. जिसके बाद उसने अपनी मर्जी से राजेश कुमार के साथ शादी की है और उसी के साथ रहने का फैसला किया है . राजेश और अंजू बाला ने पुलिस थाना बंगाणा में यह भी बताया की उनको अंजू के मायके वालो से खतरा है और पुलिस ने ब्यान दर्ज करके इन दोनों को घर भेज दिया . दिनाक 25 अगस्त को जब राजेश व् अंजू अपने घर पर थे तो शाम करीब 8:40 पर अंजू के परिवार वाले व् अंजू का तलाकशुदा पति व् उसके साथी राजेश के घर पर आ गये और अचानक से राजेश अंजू व् उसके परिवार वालों के साथ मारपीट शुरू कर दी जिसमे राजेश के भाई सुरेश कुमार को सर में गहरी चोट लगी और वह मौका पर ही लहूलुहान हो गया .मारपीट करने आये सभी दोषीगण मोका पे कह रहे थे की तुम लोगों की ओकात केसे हुई हमारी लडकी को अपने घर लाने की .और बह जबरन अंजू बाला को बालों से घसीटते हुए अपने साथ ले जाने लगे जिसको राजेश व् उसके परिवार वालों ने बड़ी मुश्किल से शुडवाया. इस मामले की शिकायत पुलिस थाना बंगाणा में करी गयी पर पुलिस की तरफ से दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही अम्ल में न लायी गयी है . NDMJटीम ने प्रशासन है की इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए इस मामले में अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम एक्ट की उचित धारा दर्ज़ करने की माँग की है व दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करते हुए उनकी गिरफ्तारी की जाये क्युकी राजेश व् अंजू को अभी भी जान माल का खतरा बना हुआ है.
यह घटना जिला ऊना की तहसील हरोली के गाँव बाथडी की है. इस गांव में गोरव पुत्र मोहिंदर सिंह रहता है. जिसकी उम्र 24 वर्ष की है. वह चमार जाति से सम्बन्धित है. गोरव अकेला चार बहनों का भाई है. गोरव बाहरवीं कक्षा पास करने के बाद DJ बजाने का काम करता है और गांव के ही हरिंदर सिंह स्पुत्र शमशेर सिंह उम्र 26 वर्ष जाति वाती (OBC) के साथ पार्टनर शीप से अपना DJ बजाने हेतु लिया हुआ है जिसका नाम रोयल DJ इंटरटेनमेंट रखा हुआ है.
दिनाक 21 अगस्त 2023 को बेला बाथडी में रह रहे प्रवासी मजदूरों ने अपने धार्मिक कार्यक्रम के लिए गोरव के पास DJ बजाने की बुकिंग करी थी क्योंकि प्रवासी मजदूरों ने कोई धार्मिक झांकी निकालनी थी और DJ में सिर्फ धार्मिक गाने ही बजाने थे. दिनाक 21 अगस्त को करीब 9 बजे गोरव ने दीपू स्पुत्र राकेश उर्फ़ केशी निवासी बाथू (गुरपलाह) के टैम्पू में अपना DJ रखा और जरनेटर सहित बेला बाथडी प्रवासी मजदूरों के पास पहुंचा और वहा पर DJ में धार्मिक गाने बजाना शुरू कर दिए तभी वहां मनोहर लाल स्पुत्र चुहड़ सिंह जाति राजपूत वहां पहुंचा और गोरव से बोला की थोड़ी आवाज कम कर लो मैं अपनी भैंसे चरा रहा हूँ वो भाग जायेंगी. गोरव ने आवाज कम करी फिर थोड़ी देर बाद मनोहर अपनी भैंसे लेकर चला गया और जाते जाते गोरव को कह गया की अब आवाज कर लो मैं भैंसे लेकर जा रहा हूँ. गोरव ने नोरमल आवाज कर ली DJ पर सिर्फ धार्मिक गाने ही बज रहे थे तभी वहा पर गुरमेल स्पुत्र प्रीतम सिंह जाति वाती (OBC) वहां पर आया और लोहे की राड़ से जरनेटर की तारे तोड़ दी और बोला की सालेया चमारा बंद कर कंजर घाट क्या गंद पाया सालेयाँ ने साला कुत्ता चमार जेहा इसके बाद गोरव बोला अंकल जी आप ऐसे कैसे बोल रहे हो प्यार से आवाज कम करवा लो इसके बाद गुरमेल ने गोरव को थपड मारने शुरु कर दिए इतने में बीच बचाव हरिंदर सिंह आया और गुरमेल के चुंगल से गोरव को छुड्वाया तभी गुरमेल ने साइड जाकर अपने घर से अपने दो भाई निशान सिंह जगतार सिंह व् अन्य 7 लोगों को बुलाया जिन्होंने आते ही लोहे की राड़ और हाथ में पत्थर लेकर गोरव और हरिंदर को पीटना शुरू कर दिया जिस वजह से हरिंदर का सिर बुरी तरह से फट गया और लहू लुहान हो गया तभी प्रवासी मजदूर हरिंदर को लेकर प्राइवेट अस्पताल आ गये पर गोरव को गुरमेल व् उसके भाई और साथ बुरी तरह से पीटते रहे गोरव की गुरमेल व् उसके भाइयों और अन्य साथियों ने गम्च्छे के साथ हाथ पैर बाँध दिए और लोहे की राड़ से बुरी तरह से गोरव का सिर फाड़ दिया और लगातार पीट पीट अधमरा कर दिया.किसी ने मौका पर पुलिस को फोन किया तो मौका पर पुलिस आई और गोरव व् हरिंदर को दुलैहड़ अस्पताल ले गए और दोनों का मेडिकल करवाया पर दुःख की बात की सिर्फ सामन्य धारा में ही मामला दर्ज किया है
यह घटना करीब सुबह 9:30 बजे की है गुरमेल व् उसके भाई और साथियों ने गोरव को अधमरा छोड़ कर अपनी दूकान में अपना दूकान का सारा सामान इधर उधर विखेर दिया और झूठ ही कहा की गोरव ने दूकान में दो लाख की चोरी कर ली है. गोरव अभी भी सिर में चोट लगने कारण से दिमागी सिथर नहीं है.