SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
Type ATM < your message > Send to 9773904050
Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP-25-03-24 |
Case year | 22-Mar-2024 |
Type of atrocity | Abuses by caste name in any place within public view |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 22-Mar-2024 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: UNA(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | CHINTPURNI |
Complaint date | 22-Mar-2024 |
FIR date | 01-Jan-1970 |
यह घटना जिला ऊना की तहसील अम्ब उप तहसील भरवाई के गांव गांव व डा० धर्मशाल महंता, तहसील अम्ब ऊना, हि०प्र० 177110 की है यह गांव जिला मुख्यालय से 60 कि०मी० की दुरी पर है राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. इस गांव में चमार जाति के करीब 100 घर, ब्राहमण 60 घर, राजपूत जाति के 100 घर तरखान जाति के करीब 6 घर हैं इस गांव दलित समाज से बलवंत सिंह स्पुत्र श्री रुलिया राम रहता है जो की एक समाज सेवी है. बलवंत सिंह ने 2018 में अपने गांव व डा० धर्मशाल महंता, तहसील अम्ब ऊना, हि०प्र०) 177110 में 37 कनाल भूमि खरीद करी जो की आधी खेती वाडी हेतु उपजाऊ है व् आधी जंगल के रूप में है. बलबंत सिंह ने यह ज़मीन सन 2020-21 में अपने एक लोते बेटे पवनजीत सिंह के नाम कर दी है और मुख्तेयारे आम ज़मीन का हक़ अपने पास रखा है. इस ज़मीन की खरीद फरोख्त करने बाद ज़मीन बेचने वाले ने ज़मीन की पूरा बना जात बता दी और उसके बाद बलवंत सिंह ने ज़मीन को दस्तावेज अनुसार पूरा करते हुए कांटे दार तार लगवा दी. इसके कुछ समय बाद ही साल 2018 में गांव के रहने वाले पुष्पा देवी पत्नी स्व: रूप चन्द जाति ब्राहमण उसके दो स्पुत्र राज कुमार व् उपिन्दर ने ज़मीन से काटें दार तार उखाड़ी और घर को ले गए. उसके बाद जनवरी 2019 में पुष्पा देवी पत्नी स्व: रूप चन्द जाति ब्राहमण उसके दो स्पुत्र राज कुमार व् उपिन्दर ने बलवंत सिंह की ज़मीन में सेबांस (बाम्बू) के पेड़ के झुण्ड को लेवर लगवाकर व साथ खुद मिलकर काट लिया जिस बारे बलवंत सिंह को कुछ दिन बाद पता चला क्योंकि बलवंत सिंह का घर वहा से करीब 1 कि०मी० की दुरी पर है इस बारे बलवंत सिंह ने 10.01.19 को पुलिस में शिकायत करी जिस पर पुलिस द्वारा कोई कारवाही अम्ल ना लाइ गई. क्योंकि दोषी गण का कहना था की ज़मीन उनकी है जबकि ऐसा कुछ भी ना है.
इसके बाद बलवंत सिंह ने अपनी ज़मीन खसरा न० 1172, 1178, 1166 की 19.11.19 व 23.07.21 को भू राजस्व विभाग के नुमाइंदो से ज़मीन की निशान देही करवाई जब 1172, 1178 करने उपरान्त 1166 खसरा न० की निशान देही करने लगे तो पुष्पा देवी आदि इस निशान देही को करने से मना कर दिया और कहा की हम खुद निशान देही करवायंगे जोकि अब तक ना हुई है क्योंकि जिस खसरा न० 1172, 1178, को पुष्पा व उसका परिवार अपना कह रहे थे भू राजस्व विभाग के नुमाइंदो की निशान देही में झूठे पाए गए.
दिनाक 17.03.21 को खसरा न० 1172, 1178 में पुष्पा देवी पत्नी स्व: रूप चन्द जाति ब्राहमण उसके दो स्पुत्र राज कुमार व् उपिन्दर ने बलवंत सिंह की ज़मीन में से आठ पेड़ खैर (कत्था) के काट लिए जिसकी शिकायत बलवंत सिंह ने थाना चिंतपूर्णी में करवाई जिस पर पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज ना करते हुए सामन्य हाथा पाई की धारायों में मामला दर्ज कर दिया जो कि 341, 347, 34 IPC में दर्ज है इन आठ खैर के पेड़ों की कीमत करीब 50 हज़ार है जबकि वन विभाग के अधिकारियों ने इसका मूल्यांकन सिर्फ 17290/- बताया. इस घटना वाबत जब पुलिस रिपोर्ट को हासिल किया गया तो उसमे पाया गया की पेड़ काटने वाले ठेकेदार ने लिखवाया है की मैंने दोनों पक्षों को पैसे दे दिए है और मुझे मालुम ना है की ज़मीन किसकी है. जबकि निशान देही व् भूमि दस्तावेजों के मुताविक ज़मीन का मालिक पवनजीत सिंह बलवंत सिंह का बेटा ही है.
अब दिनाक 23.03.24 को बलवंत सिंह ने अपनी भूमि खसरा न० 1178 पर से ठेकेदार को बाँस (बाम्बू) के पेड़ का झुण्ड काटने को बेच दिया जब ठेकेदार ने 35-40 बाँस काट लिए तो पुष्पा देवी ने आकर जबरन ठेकेदार को आकर रोक दिया और कहा की ये ज़मीन और पेड़ उसके है. जब इस वावत बलवंत सिंह करीब दोपहर 1:30 पर किसी एक व्यक्ति को साथ लेकर पुष्पा देवी के घर पर पूछने गया तो पुष्पा देवी ने बलवंत सिंह को अश्लील व् जाति सूचक गालियाँ निकालनी शुरू कर दी और कहा कि “कुत्तेया चमारा की तेरा जीणा हराम करना हुन मैं,” तुझे बताउंगी की ब्राह्मण की ज़मीन कैसे खरीद करी जाती है. इसके बाद बलवंत सिंह ने इसकी शिकायत मुख्यमत्री हेल्प लाइन न०1100 पर करी और जिस पर दो बार पुलिस द्वारा दूरभाष पर सम्पर्क किया गया पर अभी तक कोई कारवाही अम्ल में ना लाइ गई है