SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ |
Case code | UP-26/08/2023 |
Case year | 10-Aug-2023 |
Type of atrocity | SC/ST (POA) Act |
Whether the case is being followed in the court or not? | Yes |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 10-Aug-2023 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: KANPUR NAGAR(DP) State: Uttar Pradesh |
Police station | Sajeti |
Complaint date | 10-Aug-2023 |
FIR date | 12-Aug-2023 |
ग्राम अकबरपुर बीरबल थाना सजेती घाटमपुर कानपुर नगर उत्तर प्रदेश की घटना
दिव्य विजय पिता नन्हखू निवासी अकबरपुर बीरबल घटना दलित परिवार के साथ हुई दिव्य विजय की उम्र 27 वर्ष जो की नेवी में सरकारी नौकरी पर केरल में पोस्टिंग है दिव्य विजय की पत्नी अचानक तबीयत खराब होने के कारण दिव्या 2 या चार दिन की इमरजेंसी छुट्टी में आया था परिवार के एक रिश्तेदारी में कहीं 13वीं शोक समारोह का कोटरा गांव में आमंत्रण थे कोटरा गांव में 10/08/2023 गए हुए थे कमलेश कुमार पुत्र भूपेंद्र और दिव्यविजय गए हुए थे कोटरा गांव से आने में रास्ते में दौलतपुर गांव पड़ता है रास्ते में दौलतपुर गांव में खड़े कुछ दबंग व्यक्ति कमलेश का रास्ता रोका और बाइक खड़ी करवा ली गाली गलौज करते पता पूछे और जाति जैसे ही कमलेश ने बताया चमार जाति वैसे ही दबंग भड़क उठे आरोपी रवि यादव पवन राम जी केला और अन्य व्यक्ति सारे इकट्ठा हो गए और गाली गलौज करने लगे जाति सूचक गाली देने लगी दिव्य विजय अपनी बाइक से आगे था तभी किसी व्यक्ति ने जो की इनके साथ ही गया था बीरबल गांव का उसने को सूचना दी कि तुम्हारे पिताजी और चाचा को कुछ लोग गाली गलौज कर रहे हैं दिव्य विजय विजय तुरंत वापस गया और देखा कि उसके चाचा और पिता को मारपीट कर रहे थे तभी दिव्य विजय गुस्से में जाकर गाली गलौज करने लगा दौलतपुर गांव के ओबीसी समाज 15 से 20 लोग इकट्ठा हो गए और इन चार-पांच लोगों व्यक्तियों को बहुत मारपीट की रात का समय था गांव सभी व्यक्ति अपने घर के अंदर थे मारपीट के दौरान इतनी गंभीर हालत थी वह लोग जान से ही मारना चाह रहे लेकिन इस समय लाइट जाने के करण दिव्य विजय और परिवार साथी पास के घर में छुप गए दौलतपुर के गांव के दलित समुदाय में अपने घर में चुपचाप छुपा लिया और दिव्य विजय को छुपा लिया कैसे भी फोन लेकर दिव्य विजय ने सजेती पुलिस को सूचना दी और तुरंत फोर्स पुलिस आई और घटना जांच की जिसमें घायल व्यक्तियों को तुरंत एंबुलेंस बुलाकर घाटमपुर कानपुर के लिए भेजा गया इस घटना में दलित परिवार पीड़ित परिवार है और दिव्यविजय को बहुत अधिक मारा हाथ टूटा हुआ है अभी भी वह इमरजेंसी छुट्टी में है दलित परिवार के आसपास गांव में अभी भी दबंग हमला करने के लिए बैठे हैं घर की महिलाएं खेत में चारा लेने नहीं जाती है क्योंकि वह खेत में भी छुपे बैठे हैं और बोलते हैं कि कानूनी कार्रवाई की तो उसे बार जिंदा बच गए कुछ कानूनी कार्रवाई की तो मार देंगे हमारा कुछ नहीं कर पाओगे हमारी पहुंचे पुलिस प्रशासन राजनीति आदि तक है