SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ |
Case code | UP-01/03/2023 |
Case year | 11-Aug-2022 |
Type of atrocity | Rape |
Whether the case is being followed in the court or not? | Yes |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 11-Aug-2022 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: KANPUR DEHAT State: Uttar Pradesh |
Police station | Mangalpur |
Complaint date | 12-Sep-2022 |
FIR date | 12-Sep-2022 |
ग्राम bhande mau मऊ में था ना मंगलपुर डेरापुर कानपुर देहात का मामला भगवान दिन निवासी बंदे मऊ मंगलपुर कानपुर देहात पुत्री रागिनी उम्र 13 वर्ष रागिनी रोजाना अपने माता पिता के साथ खेतों में काम करने जाती थी और जानवरों के लिए चारा लाती थी 11 /08/2022 अगस्त को रागिनी अकेले चारा लेने गई थी रागिनी की माताजी भाई गोविंद नानी के यहां गए हुए थे पिताजी घर पर थे और रागिनी अकेले खेत में चारा लेने गई अपराधी कई दिनों से रागिनी को पीछा कर रहा था और मौका पाते ही रागिनी को अपराधीआगा सिंह ठाकुर उम्र 50 जो कि bhande mauमऊ का निवासी का था वह खेत में पहले से मौजूद था जैसे ही रागनी खेत पहुंची आगा सिंह ने पीछे से मुंह दबाकर पकड़ लिया और रेप किया रागिनी को धमकाया अगर घर में बताया तो तुमको यही खेत में मार कर गाड़ देंगे किसी को पता भी नहीं चलेगा रागिनी काफी डरी हुई थी और डर के कारण घर में करीब 1 महीने से उसने कुछ किसी को नहीं बताया वह डरी और सहमी भी रहती थी कई बार रागिनी की माताजी ने और चाची ने पूछा लेकिन रागिनी ने कुछ नहीं बताया फिर चाची ने एक दिन उसे फुसलाकर पूछा तो उसने पूरी घटना की जानकारी दी और यह घटना की जानकारी रागनी के माता-पिता को दी गई 12/ 09 / 2022 को थाना मंगलपुर मैं f.i.r. दर्ज कराई और जांच के बाद तुरंत उसी दिन शाम को आरोपी गिरफ्तार हो गया पीड़ित परिवार क्योंकि गांव में ही रहते थे आरोपी परिवार उन्हें रोजाना धमकाना और समझौते के लिए धमकाते थे कभी कुछ दिन बाद पूरा परिवार सरगांव गांव में किराए के घर पर रहने लगे गांव से जानवर भी ले आए इस केस के वकील कोई दुबे समाज से है जो की साजिश के तहत उन्हें यह वकील बताया गया था पीड़ित परिवार शिक्षित नहीं है और इस तरह के मामला कभी देखा नहीं या हुआ नहीं ना तो जानकारी है और जिस घर में रहते थे वह वकील का ही घर था वकील ए सारे कागजात केस से संबंधित अपने पास रखे हुए थे पीड़ित के पास f.i.r. तक नहीं थी आरोपी जेल तो गया लेकिन कुछ दिन बाद बाहर आ गया पता चला है कि चार्ज सीट में कुछ धाराएं कम की गई और पीड़ित परिवार को समझौता के लिए दबाव बनाया जा रहा है पीड़ित परिवार को मुआवजा प्रथम किस्त मिल चुकी है पीड़ित परिवार से रश्मि देवी की बात हुई और जिस घर में वह रह रहे हैं वहां ना रहे इसकी सलाह दी और किसी तरह अपने पास कुछ कागज ले लो और वकील दूसरा कर ले उसने हम उनकी मदद करेंगे पूरा परिवार सुरक्षित कहीं दूसरी जगह रहे ताकि आरोपी को किसी भी मोमेंट की खबर ना रहे और केस में सही से ना हो सके