SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP-UNA-08 |
Case year | 01-Feb-2015 |
Type of atrocity | Other Crimes Against SCs |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 01-Feb-2015 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: SIRMAUR(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | RAINUKA |
Complaint date | 02-Feb-2015 |
FIR date | 02-Feb-2015 |
यह घटना जिला सिरमौर की तहसील नाहन के गांव महिपुर की है. यह गांव नाहन से 80 कि०मि० की दुरी पर बड़ी ही पहाडियों के बीच सिथत है. इस गांव तक जाने के लिए 60 कि०मि० तक कोई पक्की सड़क नहीं है यहाँ तक जाने के लिए नाहन से दिन में तीन बस ही जाती हैं. इस गांव में दसवी कक्षा तक स्कुल है व एक सरकारी स्वस्थ्य उपकेन्द्र भी है. इस गाव में पानी के लिए लोग ज्यादातर कुदरती तरीको पर निर्भर है. इस गांव में लोहार जाति के 4 घर, कोल्ली(हरिजन) जाति के 20 घर, डूम जाति के 40 घर, चमार जाति के18 घर, राजपूत जाति के 150 घर व पंडित जाति के 10 घर हैं.
इस गांव में दलित समाज में से कमल सपुत्र धनवीर उम्र 30 वर्ष रहता है. वह डूम जाति से सम्बंधित है. वह मजदूरी का काम करता है. इसके तीन बच्चे है एक बेटी और दो बेटे. इसके पास रहने के लिए सिर्फ एक छोटा सा कमरा है जिसके ऊपर टिन की चद्दर डल्ली हुई है. घर में लाईट तक की सुविधा भी नहीं है. इन्ही के साथ लगभग 150 मीटर की दुरी पर कोशल्या ठाकुर पत्नी स्व; ठाकुर सुंदर सिंह का घर है जिसके तीन बेटे हैं सिरमौर सिंह, विनय कुमार, दर्शन सिंह. कमल ने मजबूरी की हालात में कोशल्या ठाकुर से 1500/- उधार लिये जिसके चलते कमल कुमार ने कोशल्या ठाकुर के खेतो में मज़दूरी का काम किया, कमल कुमार की मजदूरी 8000 बनी पर उसकी मजदूरी उसे ना देकर कमल से अपने 1500/- कोशल्या के बेटे मागने लगे. 31 जनवरी 2015 को रात 11 बजे कोशल्या ठाकुर का बेटा सिरमौर सिंह कमल कुमार के घर पैसे मागने आया तब उसकी पत्नी घर में अकेली थी सिरमौर सिंह ने उसे गालियाँ निकाली व दरवाजे में जोर जोर से लात मार कर पैसे मागने लगा कमल की पत्नी जोर जोर से अपने पड़ोसियों को आवाज़ लगाईं तब व वहा से भाग गया. दुसरे दिन 1 फरवरी 2015 को कमल कुमार ने कही से पैसे इक्कठा किया और अपने दलित वार्ड मेंबर प्रेमा देवी के पास दे दिए की 1500 कोशल्या ठाकुर को दे दे. शाम चार बजे जब प्रेमा देवी उनके घर पैसे लेकर गई तो उन्होंने कहा की हम पैसे तो कमल से या उसकी की घरवाली सीमा से ही लेंगे प्रेमा देवी ने कमल की घरवाली सीमा को आवाज लगाईं के ये सब तुम से ही पैसे लेगे जव सीमा देवी कोशल्या ठाकुर के घर पहुची तो उन्होंने उसे पीटना शुरू कर दिया की तू साली कुत्ती डूम हमारे घर में वार्ड मेंबर भेजती है इतने में उन चारों ने कोशल्या ठाकुर, सिरमौर सिंह, विन्य कुमार व दर्शन सिंह ने सीमा देवी को बड़ी बेरहमी से डंडों व जूतों से पिटा प्रेमा देवी ने चिल्ला कर आवाज़ लगाइ तो वहा पर पूर्व प्रधान ठाकुर अर्जुन सिंह व पूर्व दलित वार्ड मेंबर लक्षमी देवी वहा पर आये उन्होंने सीमा देवी को उनके चुंगल से छुडाया. उसी दिन सीमा की हालात काफी खराब थी तो सीमा को नाहन अस्पताल में भर्ती करवाया वहा पर ही मामला दर्ज करवाया व 17 दिन तक सीमा अस्पताल में भर्ती रही.