SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ |
Case code | MP-HD-01-23 |
Case year | 09-Dec-2022 |
Type of atrocity | Murder |
Whether the case is being followed in the court or not? | Yes |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 08-Dec-2022 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: Harda(DP) State: Madhya Pradesh |
Police station | Timrani |
Complaint date | 09-Dec-2022 |
FIR date | 09-Dec-2022 |
मृतक अनिल माणिक पिता जागेश्वर माणिक, (उम्र -32), निवासी चीराखान, ब्लाक हंडिया जिला हरदा (मप्र) पेशे से ड्राइवर था, वह काफी समय से धर्मेंद्र पटेल निवासी प्रताप कालोनी हरदा (मूल निवासी देवास) के पास डंपर चलाने का काम कर रहा था। (धर्मेंद्र पटेल की पत्नी रेवा पटेल हरदा जनपद अध्यक्ष है। ) उसका शव टिमरनी के भुवनखेड़ी स्थित शिव मंदिर के पास रोड पर पाया गया। टिमरनी पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाई और दुर्घटना में मौत होने की आशंका व्यक्त की। लेकिन परिजनों ने हत्या की आशंका जताई। क्योंकि शव के उपर बैट या किसी चपटी वस्तु से पिटाई के नीले निशान दिखाई दे रहे थे और सड़क पर एक्सी़डेंट होने जैसी परिस्थितियां नहीं थी। मृतक का मोबाईल फोन भी उसके पास से बरामद नहीं हुआ था।
जनसेवी संगठनों ने निष्पक्ष जांच किये जाने को लेकर लगातार अधिकारियों से मांग करते रहे। जिसे परिणाम स्वरुप पुलिस ने विवेचना की और धर्मेंद्र पटेल के मैनेजर संदीप गुर्जर से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी घटना बयान कर दी जिसके आधार पर खेड़ीपुरा निवासी आटो चालक जाहीद पिता इस्माइल खान को गिरफ्तार किया। दोनों ने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि धर्मेंद्र पटेल का अनिल माणिक को ट्रक की बैट्री चोरी किये जाने को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद अनिल काम पर नही आ रहा था। अनिल से बदला लेने के लिये धर्मेंद्र पटेल ने फोन कर अनिल को कहा कि इंदौर ट्रक के चके लेने जाना है, आ जाओ। तो अनिल प्रताप कालोनी आया, जहां पर धर्मेद्र पटेल और संदीप गुर्जर ने उसके साथ मारपीट की। बैट से पीटा, जादा पिटाई होने से उसकी मौत हो गई। तब लाश को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से उन लोगों ने जाहिद पिता इस्माइल खान का आटो किया और अनिल के शव को उसमें डाल कर टिमरनी रोड पर सुनसान जगह भुवनखेड़ी शिवमंदिर के पास लाश को फेंक दिया और दुर्घटना में मौत होना दर्शाने के लिये लाश पर डंफर चढा दिया।