SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ |
Case code | UP-12/08/2023 |
Case year | 30-Jul-2023 |
Type of atrocity | Intentionally insults or intimidates with intent to humiliate |
Whether the case is being followed in the court or not? | Yes |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 30-Jul-2023 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: KANPUR NAGAR(DP) State: Uttar Pradesh |
Police station | Chaubepur |
Complaint date | 30-Jul-2023 |
FIR date | 31-Jul-2023 |
ग्राम पनऊ पुरवा थाना चौबेपुर कानपुर नगर उत्तर प्रदेश की घटना!
सौरभ गौतम पिता स्वर्गीय रतीराम सौरभ गौतम उम्र 22 वर्ष जो की दलित समुदाय से हैं पेंटिंग का काम करते हैं ठेके में लेकर आसपास के चौबेपुर एरिया में काम करते हैं जिससे परिवार का पालन पोषण होता है सौरभ गौतम जो की तारीख
30/07/2023 30 जुलाई को सौरव गौतम को कम से मिले ₹5000 लेकर घर वापस आ रहा था सौरभ गौतम लगभग 8 या 9:00 गांव के बाहर था तभी मौजूद पहले से आरोपी गौरव गौतम का रास्ता रोका और कुछ शराब पिलाने की बात के सौरभ गौतम ने मना किया और विरोध किया इस पर आरोपी भड़क गए और सौरभ गौतम को जाति सूचक गाली देने लगे तभी सौरभ गौतम ने तेज आवाज में कहा मुझे गाली क्यों दे रहे हो इतना ही विरोध करने पर ऋषभ शुक्ला मारना शुरू किया और अन्य व्यक्ति भी मौजूद थे झगड़ा पहले से भी था क्योंकि सौरभ गौतम का परिवार जिस मोहल्ले में है आसपास दलित घर नहीं है आसपास में पंडितों का घर है और ऋषभ पंडित चाहता था कि इसका परिवार दलित समुदाय में जो गांव के बाहर रहते हैं वहां रहने लगे इस तरह का विवाद था ऋषभ शुक्ला सिर्फ एक बहाना ढूंढ रहा था झगड़ा करने का वह सौरभ गौतम को उसके घर से निकलने का क्योंकि जो भी सौरभ गौतम के आसपास दलित परिवार रहते थे उनको धमका कर सभी को घर से भगा दिया और उनके घर पर पंडितों ने कब्जा किया हुआ है लेकिन सौरभ गौतम का परिवार इन लड़ाई को झेलते हुए अपना घर छोड़ना नहीं चाहते और इसी कारण सौरभ गौतम को कई दिनों से निशाना बनाया झगड़ा करने का वह उसे जान से करने का और 30 जुलाई को 2023 शाम को जब सौरभ गौतम वापस कम से आ रहा था तभी ऋषभ गौतम ने जानबूझकर झगड़ा शुरू किया और सौरभ गौतम को और अन्य व्यक्तियों से जान से मार दिया सर पर सौरभ गौतम के धारदार फरसा से पीछे से मारा जिससे सौरभ गौतम को बहुत ज्यादा खून बहा और वह बेहोश होकर वहीं गिर पड़ा ऋषभ शुक्ला ने सौरभ गौतम को जान से मरा समझ कर छोड़ दिया झगड़ा के दौरान सौरभ गौतम के पास एक फोन था और उसने अपने पत्नी को फोन किया और कहां की गांव के बाहर कुछ लोग मुझे मार रहे हैं आकर बचा लो इतना कहते ही आरोपी ने फोन तोड़कर फेंक दिया सूचना मिलते ही सौरभ की पत्नी पूनम देवी अपने परिवार सास जेठ जेठानी के साथ घटनास्थल पर पहुंची तभी आरोपी सारे फरार हो गए थे चौबेपुर पुलिस में सूचना की और एंबुलेंस को इतनी गंभीर चोट होने के कारण चौबेपुर में इलाज नहीं हुआ और रेफर कर दिया कानपुर के लिए हैलट अस्पताल में सौरभ गौतम को खतरा था और उसने यह महसूस किया और बताया तभी परिवार जिन्होंने गुप्त तरीके से सौरव गौतम को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उसकी लगभग एक महीने इलाज हुआ आरोपी अभी भी कानूनी कार्रवाई करने के लिए मना कर रहा है और धमकी दे रहा है