SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ |
Case code | MP-KNW-05 |
Case year | 25-Dec-2015 |
Type of atrocity | Voluntarily causing simple hurt and grievous hurt |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 25-Dec-2015 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: KHANDWA(DP) State: Madhya Pradesh |
Police station | Narmada Nagar |
Complaint date | 31-Dec-1969 |
FIR date | 31-Dec-1969 |
25/12/2015 को ग्राम बड़ी टाकली, तहसील पुनासा, जिला खंडवा में रहने वाले जगदीश पिता बदम सिंह जाति कोरकू(अजजा) को दो पुलिसकर्मी पूछने घर आये और घर पर नहीं मिलने पर घर आये मेहमानों से मारपीट की. दोपहर में दो-ढाई बजे वे दोनो फिर आये और गांव में जगदीश के साथ मारपीट करने लगे, जगदीश उनसे मारपीट का कारण पूछता रहा लेकिन वे दोनों गंदी गंदी गालियां दे कर लात घूंसो से इतना मारा कि जगदीश ने पेशाब कर दिया. ग्रामीणों द्वारा रोकने पर वे उन्हे भी गाली दिये और जदगीश को लेकर चले गये. शाम को जगदीश क छोटा भाइ मुकेश थाना नर्मदा नगर गया तो पुलिसकर्मियों ने बताया कि उनका भाई राकेश लड़की भगा के ले गया है, जगदीश और वो दोनों को ढूंड के लाये नहीं तो जेल में डाल देंगे, जगदीश को छोड़ने के लिये पुलिसकर्मियों ने मुकेश की मोटरसाइकिल थानें में रखवा ली. जगदीश को थानें में इतना मारा कि उससे चला भी नहीं जा रहा था.दूसरे दिन सुबह जगदीश भाइ राकेश और लड़की को ढूंडनें चला गया.
13/1/16 को राकेश लड़की के साथ घर आ गया तो राकेश की मां दोनों को लेकर थाना नर्मदा नगर आई जहां राकेश को बंद कर दिया. १९जनवरी को खंडवा जेल में मुकेश को एक पुलिसकर्मी ने बताया कि १५जनवरी को एक लावारीश लाश जंगल में मिली थी जिसके हाथ पर जगदीश लिखा था मामला नर्मदा नगर थाने का है. तब मुकेश थाना नर्मदा नगर आया, पूछताछ की तो मृतक के कपड़ेऔर फोटो से पता चला कि जगदीश की लाश थी जिसे पुलिस ने लावारिश पंचनामा, पोस्टमार्टम करवा कर दफन कर दिया.
सवाल पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठते हैं-
१. पुलिस ने बिना कारण जगदीश के साथ मारपीट की, गिरफ्तार कर थाने में पीटा.
२ जगदीश की लाश पेड़ पर मिलने पर भी परिजनों को सूचना नहीं दी, जबकि पुलिसकर्मी उसे पहचानते थे.
३ १४से१८जनवरी तक जगदीश की मां थाना नर्मदा नगर रोज जाती है लेकिन पुलिस उसे कोई जानकारी नहीं देते.
४ जगदीश नेआत्महत्या की या उसकी हत्या हुई इस पर पुलिस ने कोई खोजबीन नही् की.
५. जगदीश के परिवार को अब तक कोई सहायता(आर्थिक) उपलब्ध नहीं हो पाई है.