SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ |
Case code | MP-BTL-04-21 |
Case year | 24-Jul-2021 |
Type of atrocity | Rape |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 24-Jul-2021 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: BETUL(DP) State: Madhya Pradesh |
Police station | Multai |
Complaint date | 26-Jul-2021 |
FIR date | 26-Jul-2021 |
बैतूल जिला, मुलताई तहसील के गांव - घाट बिरोली की 15 वर्षीय आदिवासी छात्रा साक्षी मर्सकोले पिता बलवंत मर्सकोले जाति गोोंड दिनांक 24-7-21 दिन शनिवार को अपने घर में अकेली थी, उसके मां-पिता खेत पर काम करने गये थे। सुबह 11.30 बजे के लगभग पड़ोस में रहने वाला 22 वर्षीय युवक आदित्य ने घर में घुस कर बलात्कार किया और भाग गया। पीड़िता ने अपने रिस्तेदार भाई को घटना की जानकारी दी। जिस पर रिस्तेदार भाई ने पीडिता के माता पिता को बलात्कार किये जाने की जानकारी दी। पीडिता के माता पिता आरोपी आदित्य कुबड़े पिता सुरेश कुबड़े जाति कुनबी से घटना की शिकायत करने गये, लेकिन आरोपी के परिजनों ने मामले को रफा दफा करने की बात कही जिस पर वे अपने घर आ गये। सुबह थाने में जाकर शिकायत करने का तय कर वे खाना खाकर सो गये। 24-25 जुलाई की रात लगभग 1.30 बजे साक्षी के रोने चिल्लाने की आवाज आई वे दौड कर कमरे में पहुंचे तो देखा कि साक्षी आग की लपटों में झुलसी हुई है। पड़ोसियों की सहायता से वे आग बुझा कर साक्षी को इलाज के लिये वरुड़ जिला अमरावती महाराष्ट्र ले कर गये। बर्निंग हास्पिटल वरुड द्वारा मुल्ताई थाने को फोन कर सूचना दी गई जिस पर मुलताई मप्र की पुलिस द्वारा अमरावती महाराष्ट्र जाकर पीड़िता के बयान लेने की कोशिस की गई लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से बयान नहीं हो सके। हालांकि इस बीच परिजनों ने पीड़िता के बयान की विडियो बना ली थी।
90 फीसदी झुलस चुकी पीड़िता ने चार दिन बाद दम तोड़ दिया। इस बीच 26 जुलाई को मुलताई पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज आरोपी आदित्य पिता सुरेश कुबड़े को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पीड़िता के परिजनों को अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई भी आर्थिक मदद नहीं मिली है। साक्षी को इलाज के लिये वरूड़ वे अपने पैसों से ले गये जिसके लिये उन्होने पड़ोसियों से कर्जा भी लिया। दूसरे के खेतों में मजदूरी कर अपना जीवन चलाने वाले बलवंत मर्सकोले को अपनी 15 वर्षीय बेटी के साथ हुए बलात्कार और आत्महत्या के लिये उकसाने वाले आरोपी को सजा दिला कर न्याय की उम्मीद है लेकिन प्रशासन स्तर पर अभी तक ना कोई उनसे मिलने आया है और ना ही बयान दर्ज करने और ना किसी तरह की मदद करने।