SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
Type ATM < your message > Send to 9773904050
Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP-05-12-21 |
Case year | 25-Nov-2021 |
Type of atrocity | SC/ST (POA) Act |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 25-Nov-2021 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: UNA(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | UNA SADAR |
Complaint date | 25-Nov-2021 |
FIR date | 26-Nov-2021 |
यह घटना जिला ऊना के गांव टक्का के वार्ड न० 6 की दलित बस्ती की हैं. यह गांव जिला मुख्यालय से 7 कि०मी० की दुरी पर है इस गांव में चमार जाति के 100 घर, ब्राहमण जाति के 1000 घर, जट जाति 40, तेली 02, जुलाहा 02, सुरैहडा 01, सैनी 70, नाइ 20, तरखान 30 घर है, इस गांव में चमार जाति में से अनुराधा पत्नी श्री तरसेम लाल रहती है. अनुराधा का पति तरसेम लाल अपनी बैल्डिंग की दुकान करता है जो की दूकान किराए पर ले रखी है, तरसेम लाल ने करीब 7 साल पहले गांव टक्का में ही बस स्टॉप के पास ही गांव के ओन्कार नाथ सपुत्र स्व: गज्जन राम जाति ब्राहमण उम्र 80 वर्ष से दूकान किराए पर ली है जिसका किराया एक हज़ार रूपये है. अनुराधा के पति हर महीने की दस तारीख से पहले पहले दूकान का 1000/- किराया दे दिया करता था, लाक डाउन जैसी स्थिति में भी अनुराधा के पति ने ओन्कार नाथ को दूकान का किराया सही समय पर दिया है. किसी कारण वर्ष अक्तूबर महीने का किराया अनुराधा के पति से लंबित हो गया.
दिनाक 25.11.21 को करीब शाम 5:30 पर अनुराधा अपने घर में अपने कमरे में रजाई में लेट कर अपना TV देख रही थी तभी आचानक ओन्कार नाथ सपुत्र स्व: गज्जन राम जाति ब्राहमण उसके कमरे में आ गया और अनुराधा की रजाई को हटा कर बोला क्या कर रही है तू और तेरा घरवाला कहा है अनुराधा ने कहा बाबा जी आप बाहर बैठो मैं TV देख रही हूँ और मेरे पति काम पर गए हुए है. ओन्कार नाथ को अनुराधा ने फिर कहा की आप बाहर बैठो फिर व बाहर आकर बैठ गया फिर ओन्कार नाथ सपुत्र स्व: गज्जन राम ने पूछा की बच्चे कहा है तेरे अनुराधा ने जबाब दिया की बच्चे टियुशन गए हुए है. फिर उसने अनुराधा की पढ़ाई के बारे में पूछा की तुम कहा तक पढ़ी लिखी हो. अनुराधा ने बताया की व दसवीं तक पढ़ी लिखी है फिर उसने अनुराधा से उसके पति का फोन नंबर माँगा अनुराधा जैसे ही अपने कमरे की तरफ आई तो ओन्कार नाथ उसके पीछे चल पड़ा इतने में अनुराधा ने थोड़ा गुस्से से बोला बाबा जी आप डैडी के पास जाकर बैठो क्योंकि अनुराधा के ससुर बिस्तर पर ही बिमारी की हालत में रहते है जिनका कमरा थोडा हट कर है. अनुराधा के कहने पर ओन्कार नाथ सपुत्र स्व: गज्जन राम जाति ब्राहमण वहा से चला गया उसके जाने के बाद अनुराधा अपने कमरे में आई और फिर रजाई में लेट कर TV देखने लग पड़ी करीब 15 मिनट के बाद ओन्कार नाथ फिर अनुराधा के कमरे में आ गया और फिर रजाई को हटा कर बोला साली कुत्ती चमारी बिगड़ी हुई पंजाबण और काफी गालियाँ निकालने लगा, और दोनों वाहों से पकड़ लिया फिर जोर जोरो से अनुराधा चिलाई तब जाकर साथ के घर से कंचन, नीलम, व् यशपाल आये उन्होंने उसके चुंगल से अनुराधा को छुडाया, जब मौका अनुराधा को छुड़वाने आये तो व् मौका पर अनुराधा को जुत्ते से मार रहा था इसके बाद अनुराधा ने पुलिस को फोन किया पर पुलिस मौका पर ना आई और ओन्कार नाथ सपुत्र स्व: गज्जन राम जाति ब्राहमण का लड़का घर पर आया और उसे लेकर चला गया और बोला तुम लोग जो कुछ मर्ज़ी कर लो उसके बाद गांव के प्रधान को बुलाया तब प्रधान ने कहा की मैं उनको मौका पर बुलाता हूँ और आपका राजीनामा करवा देता हूँ, पर अनुराधा ने यही कहा की मैं पुलिस में ही इसकी शिकायत करुँगी. तब करीब रात 8 बजे अनुराधा ने अपनी शिकायत महिला थाना ऊना में दर्ज करवाई जिस पर पुलिस ने टाल मटौल करते हुते हुए दुसरे दिन FIR दर्ज करी.