SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP-19-12-2020 |
Case year | 24-Nov-2020 |
Type of atrocity | Other Crimes Against SCs |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 24-Nov-2020 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: BADDI(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | NALAGARH |
Complaint date | 24-Nov-2020 |
FIR date | 16-Dec-2020 |
यह घटना जिला सोलन की तहसील नालागढ़ के गांव मियांपुर (बगलैहड़) की है. इस मियांपुर (बगलैहड़) गांव में कबीर पंथी जाति में से हरविंदर सिंह स्पुत्र तीत राम रहता है. हरविंदर सिंह मजदूरी करता है व् आठवीं कक्षा तक ही पढ़ा लिखा है. उसकी उम्र 47 वर्ष की है. हरविंदर सिंह शादी शुदा है व् उसके दो बच्चे है एक बेटा और बेटी. यह गांव नालागढ़ तहसील से 17 कि०मी० की दुरी पर है. राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. घटना सिथित इस गांव में, चमार जाति के 6 घर, राजपूत जाति के 15 घर, कबीर पंथी जाति के 20 घर, ब्राहमण जाति के 7 घर, है इस गांव में 1 प्राइमरी स्कुल है इस गांव में डिस्पेंसरी भी नहीं है व् पानी की भी कोई समस्या नहीं है. इस दलित बस्ती में आने के लिए कोई पका रास्ता भी ना है.
हरविंदर के घर के पास खसरा न० 635 रकवा ज़मीन का पड़ता है जो कि गांव के तीर्थ राम स्पुत्र शुकल चन्द जाति ब्राहमण का है. तीर्थ राम के दो बेटे है पुनीत कौशल व अरुण कौशल इनकी जमीन खसरा न० 635 के साथ बहुत सारा सरकारी ज़मीन का रकवा है इनकी ज़मीन के साथ साथ उसमे भी खैर के पेड़ लगे हुए है. मार्च महीने में तीर्थ राम ने वन विभाग व् राजस्व भू विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर अपनी जमीन के साथ साथ सरकारी जमीन के खैर के पेड़ो पर वैल्ट के निशान कटान हेतु लगवा दिए और मार्च में लग 100 के करीव सरकारी भूमि से खैर के पेड़ काट लिए व् उन कटे पेड़ों के निशान JCB लगा कर मिटटी से ढक दिए, हरविंदर सिंह को जब इसके बारे पता चला तो उसने वन विभाग व् राजस्व भू विभाग हिमाचल को व् पंचायत को इसकी शिकायत कर डाली पर तीर्थ राम व् उसके बेटों का दबदवा होने कारण पंचायत ने प्रस्ताव दाल दिया की हरविंदर सिंह झूठी शिकायतें करता रहता है. फिर इसी के चलते हरविंदर ने 1100 सरकारी न० पर इसकी शिकायत हिमाचल सरकार में तब जाके इस जमीन का 24/11/20 को निशान देही का मौका रखा गया. यह सारी जमीन का रकवा जंगली झाड़ियो से भरा पडा है जिस वजह से पटवारी व अन्य सरकारी कर्मचारी जमीन के अन्दर ना जा सके और निशान देहि ना हो सकी करीव शाम 4 बजे हरविंदर सिंह को भी इस मौका पर बुलाया गया. वन विभाग और राजस्व भू विभाग के कर्मचारियों ने एक पेपर लिखा की इस जमीन की निशान देहि हो गई है और सरकारी जमीन से कोई पेड़ ना कटा है हरविंदर सिंह को जबरन इस पर हस्ताक्षर करने को कहा गया हरविंदर सिंह ने इसका विरोध किया जब जमीन की निशान देही ही नहीं हुई है तो मै हस्ताक्षर नहीं कर सकता फिर तीर्थ राम व् उसके बेटों अरुण कौशल और पुनीत कौशल ने कहा की तो यहाँ से अब उठ के दिखा और घर जाके दिखा हरविंदर ने अपनी पत्नी सर्वजीत को मौका पर फोन करके बुलाया जब हरविंदर की पत्नी मौके पर गई तो हरविंदर कुर्सी से उठ कर अपनी पत्नी के साथ घर को चल पडा तभी आचानक तीर्थ राम व् उसके बेटों पुनीत कौशल और अरुण कौशल ने डंडों से हरविंदर कुमार पर हमला कर दिया उन सब ने हरविंदर की बायीं टांग पर डंडो से कई वार किये जिस कारण उसकी टांग बुरी तरह से फरेकच्र्र हो गई इस साड़ी घटना की वीडियो हरविंदर की पत्नी अपने मोबाइल में बना रही थी और उसने तुरंत अपना मोबाइल छाती में छुपा लिया लेकिन पुनीत और अरुण ने जबरन मोबाइल उसकी छाती में से निकाल लिया और अपने पास रख लिया. इस दोरान मौका पर सरकारी कर्मचारियों की साथ साथ गांव के भी 12 से 13 लोग मौजूद थे फिर हरविंदर ने इस घटना बारे 24/11/20 को ही पुलिस चौकी जोंगों में अपनी शिकायत दर्ज करवाई जिसकी पुलिस ने 16/12/20 को FIR दर्ज की है. पर अभी तक दोषियों खिलाफ कोई कार्यवाही ना हुई है और ना ही SC/ST एक्ट में मामला दर्ज किया गया है.