SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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Case posted by | NDMJ - Himachal Pradesh |
Case code | HP/Una/Bngn/35 |
Case year | 21-Aug-2017 |
Type of atrocity | Other Crimes Against SCs |
Whether the case is being followed in the court or not? | No |
Fact finding date | Not recorded |
Case incident date | 21-Aug-2017 |
Place | Village: Not recorded Taluka:Not recorded District: UNA(DP) State: Himachal Pradesh |
Police station | BANGANA |
Complaint date | 21-Aug-2017 |
FIR date | 31-Dec-1969 |
यह घटना जिला ऊना की है. जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव डडयार डाकघर तनोह, तह बंगाणा, जिला ऊना हि०प्र० की है इस गांव में चमार जाति 50 घर, ब्राहमण जाति के 2 घर राजपूत जाति के 2 घर कुम्हार जाति के 2 घर व् कबीर पंथी समाज के 8 घर है यह गांव तहसील बंगाणा से लगभग 13 कि०मी०की दुरी पर है.इस गांव की दलित बस्ती के लिए रास्ते की समस्या 59 वर्ष से चली आ रही है. इस गांव की दलित बस्ती को आने जाने के लिए कागजों में कुल 3 मीटर चौड़ा रास्ता है. पर मुख्य सडक से 20 मीटर पक्का रास्ता आगे बस्ती की तरफ आने के बाद गांव के ही राजेश कुमार शर्मा स्पुत्र सुहडू राम शर्मा ने कई बार इस रास्ते में बाड़ लगा दी है और उसका कहना है की यह उसकी मलकियत है और वह इस रास्ते को पका नहीं होने देगा और ना ही इस रास्ते से किसी को आने जाने देगा लगभग डेड वर्ष पहले इस डडयार गांव के आठ घरों में आग लग गई थी पर इस उक्त राजेश कुमार के परिवार ने फायर वर्गेड की गाडी व SDM बंगाणा की गाडी आगे नहीं जाने दी थी जिस कारण घर पूरी तरह से जल कर राख हो गए थे इस रस्ते बंद के चलते एक व्यक्ति की म्रत्यु भी हो चुकी है गांव बासी बाड़ लगाने उपरांत जिला ऊना में प्रशासन के पास चकर काटते है तब वह बाड़ हटा देता है पर फिर थोड़े समय बाद बाड़ लगा देता है. वह हर वक्त बस्ती के लोगों को जाति सूचक गालियाँ निकालता रहता है हमारा शासन प्रशासन से अनुरोध है की इस रास्ते की समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए वह इस रास्ते को पक्का किया जाए. क्योंकि इस बस्ती के लिए दो रास्ते लगे हुए है और राजस्व भू विभाग में दर्ज है और दोनों गैर मुमकिन है सरेआम रास्ता है खसरा न० 361 पर राजेश कुमार शर्मा स्पुत्र सुहडू राम शर्मा ने अपना मकान बना लिया है और फसल बीज रखी है और दूसरा रास्ता खसरा न० 358 जो की तीन मीटर चौड़ा है और पुश्तों से बस्ती के लोग उस पर आ जा रहे है पर उसको व बंद कर देता है.