SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
Type ATM < your message > Send to 9773904050
यह घटना जिला ऊना की तहसील बंगाणा की पंचायत लाठियानी की है. जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव त्यासर में दलित जाति कबीर पंथी में से सरवन सिंह स्पुत्र बांकू राम रहता है जो की फ़ौज से रीटाइड है व खेती बाड़ी करके अपना गुजर बसर कर रहा हाई क्योंकि उसको फ़ौज की तरफ से कोई पेंशन ना लगी है व पैरा फ़ोर्स में था. उसने ब्राहम्ण जाति की कृष्णा देवी से 1 कनाल का खेत खेती बाड़ी के लिए लिया हुआ है जिसको लिए हुए 6 वर्ष से अधिक का समय हो गया है. उस खेत के साथ ही ब्राहमण जाति के बंसी लाल स्पुत्र स्व: सकता राम के खेत है. सरवन सिंह ने दो बैल, गाय, भैस आदि पशु पालन हेतु रखे हुए है, बैलों की जोडी से सरवन सिंह अपने व लोगों के खेत जोतता है और खेतों की बुआई करता है इसलिए पिछले वर्ष सरवन सिंह ने अपने गांव के बंसी लाल सपुत्र स्व: सकता राम जाति ब्राहमण के खेत अपने बैलों से जोते व गेहूं के समय गेहूं व गेहूं की फसल के बाद मक्की की फसल बुआई की इसके इलाबा सरवन सिंह ने बंसी लाल के कहने पर अपने घर से पशुयों की इक्कठा हुई गोबर की मैल की एक ट्राली उसके खेतों में डाली जो की जून महीने में मक्की फसल बोने से पहले डाली थी. बंसी लाल के खेतों की बुआई का कुल खर्च 3000/- व मैल की ट्राली का खर्च 2500/- बनता है सरवन लाल ने कुछ समय बाद बंसी लाल से अपने काम के और मैल डालने के कुल 5500/- रूपये मांगे तो वह पैसे देने को लेकर आना कानी करने लगा ऐसा करते करते एक साल बीत गया और बार बार पैसे मांगने पर भी पैसा नही दिया इसके बाद 11/09/19 को सरवन सिंह इसकी शिकायत पंचायत में कर दी जिसके बाद बंसी लाल को पता चला की सरवन सिंह ने उसकी शिकायत पंचायत में कर दी है तो व सरवन को जाति सूचक गालियाँ निकालने लगा व जान से मारने धमकी देने लगा और पैसे देने से साफ़ मना कर दिया अब पंचायत ने 10/11/19 को दोनों को अपने पंचायत जलास में बुलाया है.
यह घटना जिला हमीरपुर के गांव अमनेड की है यह गांव जिला मुख्यालय से 20 कि०मी० की दुरी पर है इस गांव में दलित जाति में से इस गांव में चमार जाति के 80 घर, राजपूत जाति के 200 घर, ब्राहमण जाति के 03, लोहार जाति के 10, जुलाहा जाति के 8 व् तरखान जाति के 15 घर हैं. इस गांव में 8th कक्षा तक स्कुल है और डिस्पेंसरी व पशु चिकित्सालय भी है इस गांव में गर्मियों के समय में पानी की अक्सर दिक्कत रहती है. इस गांव में चमार जाति में से संतोष कुमारी पत्नी सुरेश कुमार अपने परिवार सहित रहती है. उसकी बेटी गरिमा जो की गांव के ही सरकारी स्कूल में चौथी कक्षा में पढ़ती है 22/08/19 को शाम 6 बजे के करीब गरिमा ने अपनी माता को बताया की ममी जो स्कुल में नई टीचर आई है उसने उसे दस थपड लगाए और कहा की कल को अपनी ममी को लेकर आना ओर कल से वो ही तुझे पढाये गी क्योंकि संतोष कुमार ने किसी महिला साथी से बात कर दी थी की जब से नई टीचर आई है तो उसकी बेटी पढने लिखने में काफी पीछे हो गई है वही बात किसी ने स्कूल में टीचर रजनी ठाकुर तक पहुंचा दी दुसरे दिन 23/08/19 को 10:30 बजे सतोष कुमार बार्ड पंच शबन व पड़ोस से साथी महिला दीपा देवी को साथ लेकर स्कूल पहुँच गई स्कूल में जब वह अपनी बेटी की कक्षा में गई तो टीचर रजनी ठाकुर ने बार्ड पंच शबन व् दीपा देवी को कक्षा के बाहर ही रोक दिया की आप अन्दर नै आ सकती उसने सिर्फ संतोष कुमारी को अंदर बुलाया और नीचे बैठने को कहा संतोष कुमारी नीचे बैठ गई और रजनी ठाकुर बोली एक कुर्सी पर मै बैठी हु एक कुर्सी पर मेरा पर्स रखा हुआ है तेरी कोई औकात नहीं मेरे बराबर बैठने की तू चमारी घास काटने वाली और गोबर उठाने वाली है. इतने में टीचर रजनी ठाकुर बच्चों के सामने जोर जोर से चिल्लाने लगी की पढ़ा बच्चों को और संतोष कुमारी के सामने ही उसकी बेटी गरिमा को पीटने लग गई सतोष कुमारी ने इस बात का विरोध किया और अपनी बेटी को अपनी तरफ खिंच लिया फिर रजनी ठाकुर गिलास में पानी पीने लग गई और गिलास का आधा झूठा पानी संतोष कुमारी के मुहं पर फेंक दिया शबन व दीपा देवी ने इस बात का विरोध किया तो टीचर रजनी ठाकुर ने सतोष की बेटी को गले से पकड़ लिया और बाकी दलित बच्चों के भी लातों से पीटने लग गई सतोष कुमारी शबन व् दीपा ने बड़ी मुश्किल से गरिमा को उसकी चुंगल से छुडाया जिस कारण गरिमा के गल्ले पर काफी खरोचे आई इस घटना को लेकर बार्ड पंच शबन ने थाना में फोन किया पर 2:30 तक पुलिस मौके पर आई और उलटा संतोष कुमारी शबन व दीपा देवी को डाटने लग गई व टीचर रजनी को घर भेज दिया शाम को काफी पुलिस पर दबाब बनाने पर मामला दर्ज किया गया व गरिमा का मेडिकल करवाया गया.