SMS Help line to Address Violence Against Dalits and Adivasis in India
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यह घटना जिला हमीरपुर की तहसील बडसर की पंचायत घोड़ी की है. यह गांव जिला मुख्यालय से 60 कि०मी० की दुरी पर है. इस गाव में पानी के लिए लोग ज्यादातर कुदरती तरीको पर निर्भर है. इस गांव में चमार जाति के 100 घर, जीर जाति के 2 घर, गिरथ जाति के 15 घर, राजपूत जाति के 100 घर हैं.
इस गांव में दलित समाज में से मनसा राम सपुत्र चेतु राम उम्र 63 वर्ष रहता है. वह चमार जाति से सम्बंधित है और मजदूरी का काम करता है व गांव में अपने भाई चारे के साथ मिलकर रह रहा है. इस गांव में दलित बस्ती के साथ लगभग 100 साल से भी अधिक पुराना कुआं है जिसको सन 2004 में पंचायत ने पक्का करवाया. गर्मियों में सरकारी नलों में पानी की कमी के कारण दलित बस्ती के लोग इसी कुँए से हर साल पानी भरते हैं. इसी के साथ दलित बस्ती के लोगों द्वारा कुँए की सफाई भी की जाती रही है. यह कुआं दलित बस्ती से 60-70 मीटर की दुरी पर है पंचायत ने इस कुँए की जाने के लिए रास्ते को भी पक्का करवाया. घटना 17/06/15 की जब मनसा राम ने हर साल की तरह कुआ साफ़ करने का फैसला लिया. मनसा राम ने सुबह सुबह जाके कुआ साफ़ करने के लिये सीता राम के घर से टुल्लू पम्प लाया व कुआ साफ़ करने के लिए बस्ती के ही नेगी, सुख राम, विशन दास, कमल कुमार को साथ लिया. जब व कुआं साफ़ करने के लिए कुँए पर पहुंचे तो उन्होंने देखा की कुँए में अमर सिंह सपुत्र मंगत राम जाति राजपूत ने इस कुए में सड़ी गल्ली सब्जियां फेंक रखी है क्योंकि कुए के साथ उसकी ज़मींन है और उस ज़मींन में उसने सब्जियां लगा रखी हैं. इस मोके को देखते हुए मनसा राम व अन्य बस्ती वालों ने मोके पर गांव के उपप्रधान कश्मीरी लाल जाति ब्राह्मण को बुलाया व कुआँ साफ़ करने से पहले मोका देखने को कहा. मनसा राम व अन्य दलित बस्ती के लोग जो कुआं साफ़ करने के लिए आये हुए थे उपप्रधान को मौका दिखा ही रहे थे की इतने में अमर सिंह सपुत्र मंगत राम जाति राजपूत ने वहां अपने बेटों चमन व पवन के साथ आकर गालिया निकालनी शरू कर दी की किस साले ने उपप्रधान को बुलाया है इस कुँए की कोई सफाई नहीं होगी यह कुआ मेरी ज़मींन में है और मैं किसी को भी पानी नहीं भरने दूंगा जब सभी ने इस बात का विरोध किया तो अपर सिंह हाथापाई करने पर उतारू हो गया जिस पर उपप्रधान ने मौका से सभी को घर चलने को कहा. सभी लोग जब दलित बस्ती की और अपने घरो को जाने लगे तो कुँए के पास मनसा राम व कमल कुमार रह गए व घर की और जाने लगे तो अमर सिंह अपने बेटों से कहने लगा की चलो चलो घर चलो जे चमार चोदर तो ऐसे ही रहेगी. इसके बाद मनसा राम व अन्य दलित बस्ती के लोगो मिलकर SDM हमीरपुर को इस घटना बारे शिकायत दर्ज करवाई. SDM ने DSP को इस केस की कार्य वाही करने को कहा व अमर सिंह के खिलाफ पर्चा दर्ज करवाया.
यह घटना जिला हमीरपुर की तहसील भोरंज की पंचायत कडोता में पड़ते गांव कठियान्वी की है. यह गांव जिला मुख्यालय से चालीस कि०मी० की दुरी पर है. इस गांव में आगनवाडी स्कुल व दसवी कक्षा तक स्कुल है व एक सरकारी स्वस्थ्य उपकेन्द्र भी है. इस गाव में पानी के लिए लोग ज्यादातर कुदरती तरीको पर निर्भर है. इस गांव में चमार जाति के 80 घर, कबीर पंथी जाति के 30 घर, ब्राहमण जाति के 25 घर, गिरथ जाति के 25 घर, राजपूत जाति के 4 घर हैं.
इस गांव में दलित समाज में से प्रशोतम चन्द सपुत्र धनी राम उम्र 41 वर्ष रहता है. वह चमार जाति से सम्बंधित है. वह सरकारी ठेकेदारी का काम करता है. मुख्य मार्ग से कठियाम्वी होते हुए नाले तक कुल 800 मी० कच्ची सड़क है. जिस पर पंचायत द्वारा PWD में माध्याम् से पक्की सड़क बनाने का निरन्य लिया गया. इस सड़क के लिए कुल 33 लाख रूपये खर्च करने का निर्णय लिया गया. PWD महकमा ने सड़क के शुरुयाती काम के लिये प्रशोतम चन्द सपुत्र धनी राम जो की सरकारी ठेकेदार है को काम दे दिया. 22 मार्च 15 को सड़क का काम शुरू करा दिया गया. लेकिन 17 अप्रैल 15 को PWD विभाग द्वारा सड़क का काम किया जा रहा था की कडोहता गांव के राजीव कुमार सपुत्र जगदीश चन्द जाति राजपूत, वरिन्द्र कुमार सपुत्र जगदीश चन्द जाति राजपूत, दुनी चन्द सपुत्र जय सिंह जाति राजपूत, ज्ञान चन्द मुरली जाति राजपूत ने सड़क निर्माण कार्य को रोक दिया व जाति सूचक गालिया निकालने लगे. इन सभी ने सड़क निर्माण की सोलिंग भी उखाड़ डाली व मजदूरों के साथ हाथापाई भी की गई. इन सभी लोगों ने PWD विभाग पर अपना दबाब वनाया व सड़क कार्य को बंद करवा दिया. इसके बाद 18/04/15 को दलितों ने मिल कर एक ज्ञापन जिलाधिश महोदया को दिया जिस पर जिलाधिश महोदय ने SDM भोरंज को मोका पर जाने को कहा और सडक के लिए ज़मीन की पटवारी तहसीलदार द्वारा निशाँन देहि करवाने को कहा. 21 अप्रैल को सभी राजपूतों ने मिल कर निशाँन देहि करवाई. लेकिन अभी तक सड़क का कार्य रुका हुया है और राजपूतो द्वारा अपनी अपनी ज़मींन की कोर्ट से स्टे लेकर PWD विभाग पर पूरी तरह से दबाव बना कर कार्य को रोक दिया है व् प्रशोतम चन्द सपुत्र धनी राम जो की सरकारी ठेकेदार है को काम दे दिया था पर झूठा केस डाल दिया है की इसका मकान सड़क निर्माण कार्य के बिच है व इसने सड़क निर्माण के दोरान हमारे निजी पेड़ काटे व हमारी गेहूं की फसल खराब करी. अब मोजुदा सिथिति में PWD विभाग द्वारा सड़क पूरी तरह से JCB से उखाड़ दी गई है जिस कारण सम्पर्क सड़क मार्ग पूरी तरह से बाधित हो चुका है तथा आम जन /स्कूली बच्चों को आने जाने/ बीमार व्यक्तियों को लाने ले जाने में भारी परेशानी हो रही है.
यह घटना जिला बिलासपुर की तहसील नैना देवी में पड़ते गांव तरसुह की है. यह गांव भाखड़ा डैम से 6 कि०मि० की दुरी पर स्थित है.इसी गांव के दलित जाति में से चमार जाति से सम्बधित सतनाम सिंह सपुत्र श्री तरसेम लाल रहता है. जिसकी उम्र 36 वर्ष की है. सतनाम सिंह के पास खुद का ट्रैक्टर है और वह भाड़े का काम कर अपना जीवन गुज़र वसर कर रहा है. सतनाम सिंह हर रोज की तरह 07/05/15 को गांव खड समतैहन की सुखी नदी से रेत लाने ट्रैक्टर लेकर गया व ट्रैक्टर में रेत भरने लगा. सतनाम सिंह नदी से रेत भरने के पैसे वह के ठेकेदार को दिया करता था. जब व रेत अपने ट्रैक्टर में भर रहा था तो वहां पर गांव खड समतैहन राजपूत जाति से जय सिंह जिसकी उम्र 38 वर्ष है जो की इसी गांव के स्कुल में अध्यापक है आया और सतनाम सिंह को गालिया निकालने लगा की साले कुत्ते नदी से रेत भर भर के नदी में बड़े बड़े खढे कर दिए है और तुम अवैध खनन कर रहे हो सतनाम सिंह ने बताया की वह रेत भरने के ठेकेदार को पैसे देता है और इस नदी का ठेका सरकारी है वह कोई अवैध खनन नहीं कर रहा है लेकी जय सिंह सतनाम सिंह को गालिया निकालने लगा जब सतनाम सिंह ने इसका विरोध किया तो जय सिंह ने कहा की तू चमार को जानता हूँ की तू कितने पानी में है. इतने में जय सिंह ने सतनाम सिंह के साथ हाथापाई शुरू कर दी पर वहां मोजूद कुलदीप शर्मा ने दोनों को छुडाया कुलदीप शर्मा भी अपने ट्रैक्टर में रेत भरने के लिए आया हुया था. इस पर सतनाम सिंह ने तुरंत वहां की पंचायत को वताया व एक लिखित शिकायत पुलिस चौकी ग्वालथाई में दी. दिनाक 09/05/15 को सभी को पंचायत सहित पुलिस चौकी ग्वालथाई में बुलाया. जय सिंह व उसके परिवार ने सभी के सामने अपनी गल्ती सवीकार करके माफ़ी मागना शुरू कर दिया जिस पर पंचायत ने सतनाम सिंह को उन्हें माफ़ कर देने को कहा इसके बाद जय सिंह से लिखित रूप में माफीनामा लिया गया. और इस केस को वही ख़त्म किया गया.
In the Month of October there is ritual (Gargala)to be ordered in the village by all the people. They make a wish to see the Goddess. while the procession began Dalits had no opportunity to see the goddess since BC community people were infront of thye goddess. Dalits asked them to move from infront. On listening to their arguements they beat the Dalits thouroughly using abusive words in the name of the caste. The culprits who beat the were P.Samba SIvas Rao Sarpanch of the village.He provoked the BC community peoplet to chase away the Dalits from the spot. They filed a case on the culprits who hurt themduring the festival. Now the victims are feeling insecure to move onto the roads because of the culprits.
महोदय,
संलग्न youtube वीडियो और फोटो का संदर्भ ग्रहण करने की कृपा करें, यह वीडियो नगर निगम वाराणसी के संविदा सफाई कर्मी श्री नरेश जी के संबंध में जोकि पिछले 10 वर्षों से संविदा पर वाराणसी जनपद के शिवपुर एरिया में सड़क की सफाई (झाड़ू लगाने का कार्य) का काम कर रहे हैं और शिवपुर में ही पुरानी चुंगी के पास स्थित नगर निगम की सफाई चौकी के सामने प्लास्टिक का घर बनाकर रह रहे थे जिसे 3 माह पूर्व वाराणसी विकास प्राधिकरण ने गिरा दिया |इनके परिवार में वर्तमान में कुल 9 लोग (खुद नरेश, उनकी पत्नी और 7 बच्चे) हैं | इनमे से 2 लड़कियों की उम्र 6 से 8 के बीच की हैं | इनका कोई भी बच्चा विद्यालय पढ़ने नहीं जाता और ना ही कभी भी प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों ने इनसे इनके बच्चों का विद्यालय में नामांकन कराने के लिए संपर्क किया, जबकि सर्व शिक्षा अभियान के सर्वे के तहत प्रशासन की जिम्मेदारी थी कि सभी बच्चों का शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित हो |2 वर्ष पूर्व भी वाराणसी विकास प्राधिकरण ने जब इनके इस कच्चे मकान को तोडा था तो इनकी 9 वर्ष की बेटी सड़क पर रहने के दौरान बीमारी से मृत्यु हो गयी थी |सफाई चौकी में ही रैन बसेरा होने के बावजूद इनके रहने की कोई व्यवस्था न तो सरकार कर रही है न ही वाराणसी प्रशासन |
श्री नरेश जी का व्यक्तिगत विवरण और उनके आवास का फोटो लेते समय व इनका वीडियो बनाते समय मेरे साथ मेरे 2 अन्य साथी श्री अभय नरायण दूरभाष-7398622564 और जितेंद्र कुमार दूरभाष-8739005718 भी थे |