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Arundathiar Youth Naveen Subjected to Caste Discrimiation & Brutally Attacked by Dominant Caste Gounders, Vellode Kummakkalipalayam
Naveen, 25, S/o Mr. Thangavel (Late), belonged to Hindu Arunthathiyar caste (Sub Caste of Scheduled Castes) is resident of Kummakkalipalayam village, Perundurai Block, Erode district. He had studied up to 10th standard and due to his family situation he is working in a private SIPCOT industry near Perundurai. On 15.11.2020 (Sunday) his mother Thangamani (45), sister Deepa (24 years married) had gone near the forest area around 5 pm in the evening. Meanwhile, Yuvraj Gounder (35) belonged to Konguvalar Gounder caste (backward caste) had brought a lamb in his two-wheeler and his lamb tried to fall down. And he called Naveen without any respect in public view and asked him to accompany to Natrajan’s house. He had gone with Yuvaraj and went to Natarajan Gounder’s house. Natrajan saw Naveen entering his house and immediately verbally abused him in filthy language referring to caste names and blamed that he had taken the lamp from the herds shed. In addition he had also brutally attacked him.
Naveen, who was badly injured in the attack, was admitted to the Erode District Government Hospital with the help of his mother, sister, brother-in-law and relatives. The hospital informed the Vellode police station and then the Assistant Inspector Krishnaraj from the Vellode police station received a statement from the victim Naveen and filed FIR against Yuvaraj and Natrajan under SC/ST PoA Act on 16.11.2020. The general public of Kummakkalipalayam village surrounded the police station and staged a protest demanding immediate arrest of the perpetrators of the violence. Police Inspector Shanmugasundar and Perundurai Deputy Superintendent of Police Selvaraj- (DSP) told the protesters that they would arrest the accused persons within two days and that the police would provide protection to the victim and their family members.
Sunita Deepak Naik, 35, has two sons and two daughters. Her husband died away 11 years ago and she has been raising her चिल्ड्रेन maid. 16 years 11 months on his daughter Roshni Deepak Naik. She learns in 10th. And living in the same village. Sameer Ramdas Bhagat Business is nothing. There is a uppar caste dominet. in the village and his political dominance is in the village. This forced Roshni to marry you so she had forced sex from 2018 onwards. And when her family tried to ask her for an answer, she beat up Rodhani\'s uncle and relatives
यह घटना जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव घनेटी की है. यह गांव ऊना मुख्यालय से 35 कि०मी० की दुरी पर है. राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. घटना सिथित इस गांव में चमार जाति के 1 घर, कबीर पंथी जाति के 4 घर, वाती(OBC) जाति के 5 घर, ब्राहमण जाति के 4 घर, है इस गांव में 1 प्राइमरी है इस गांव में डिस्पेंसरी भी है व् पानी की भी कोई समस्या नहीं है.
इस गांव में खड (नदी) के किनारे हाकमी देवी पत्नी स्व: अछर राम रहती है जिसकी उम्र लगभग 70 वर्ष के करीव है जो की अनुसूचित जाति से सम्बंधित है सन 1976 में इंदिरा आवास योजना के तहत हाकमी देवी के पति अछर राम को सरकार की तरफ से 10 कनाल रकवे का पलाट मिला है जिसका खसरा न० 667 है यह जमींन बंजर व जंगली झाड़ियों से भरी पड़ी थी जो की हाकमी देवी व उसके पति ने अपनी मेहनत से आवाद की है और अपना घर बनाया है हाकमी देवी के दो पुत्र है जो उसी के साथ रह रहे है. बड़ा बेटा जंगलात कारपोरेशन में है और छोटा मजदूरी करता है दोनों शादी शुदा है व अपने अपने परिवार सहित हाकमी देवी के साथ ही रह रहे है. लेकिन गांव के ही राजकुमार सपुत्र रोशन लाल जो की IPH में वेलदार व इसके भाई परिवार मिलकर जबरन हाकमी देवी के साथ लगती सरकारी ज़मीन जिसका खसरा नंबर 607 है को जोत रहे है और मौसम अनुसार फसल बीज देते है और जबरन हाकमी देवी के घर का रास्ता बाड लगा कर बंद कर देते है क्योंकि हाकमी देवी के लिए आने जाने का रास्ता इसी सरकारी जमीन से है पर राजकुमार जबरन इस जामीन को जोत देता है और कोई ना कोई फसल बीज कर बाड लगा देता है. जब हाकमी देवी व उसका परिवार इसका विरोध करता है की यह तो सरकारी जमीन है और रास्ता है तो राजकुमार व उसके भाई परिवार वाले सब मरने मारने पर उतारू हो जाते है इस बारे कई बार हाकमी देवी ने पटवारी व तहसीलदार बंगाणा से प्राथना कर रास्ता खुलवाया हैं पर आज दिनाक तक कोई कार्यवाही राजकुमार व उसके परिवार खिलाफ न हुई है और न ही रास्ते को पक्का किया गया है.
यह घटना जिला सोलन की तहसील नालागढ़ के गांव मियांपुर (बगलैहड़) की है. इस मियांपुर (बगलैहड़) गांव में कबीर पंथी जाति में से हरविंदर सिंह स्पुत्र तीत राम रहता है. हरविंदर सिंह मजदूरी करता है व् आठवीं कक्षा तक ही पढ़ा लिखा है. उसकी उम्र 47 वर्ष की है. हरविंदर सिंह शादी शुदा है व् उसके दो बच्चे है एक बेटा और बेटी. यह गांव नालागढ़ तहसील से 17 कि०मी० की दुरी पर है. राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. घटना सिथित इस गांव में, चमार जाति के 6 घर, राजपूत जाति के 15 घर, कबीर पंथी जाति के 20 घर, ब्राहमण जाति के 7 घर, है इस गांव में 1 प्राइमरी स्कुल है इस गांव में डिस्पेंसरी भी नहीं है व् पानी की भी कोई समस्या नहीं है. इस दलित बस्ती में आने के लिए कोई पका रास्ता भी ना है.
हरविंदर के घर के पास खसरा न० 635 रकवा ज़मीन का पड़ता है जो कि गांव के तीर्थ राम स्पुत्र शुकल चन्द जाति ब्राहमण का है. तीर्थ राम के दो बेटे है पुनीत कौशल व अरुण कौशल इनकी जमीन खसरा न० 635 के साथ बहुत सारा सरकारी ज़मीन का रकवा है इनकी ज़मीन के साथ साथ उसमे भी खैर के पेड़ लगे हुए है. मार्च महीने में तीर्थ राम ने वन विभाग व् राजस्व भू विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर अपनी जमीन के साथ साथ सरकारी जमीन के खैर के पेड़ो पर वैल्ट के निशान कटान हेतु लगवा दिए और मार्च में लग 100 के करीव सरकारी भूमि से खैर के पेड़ काट लिए व् उन कटे पेड़ों के निशान JCB लगा कर मिटटी से ढक दिए, हरविंदर सिंह को जब इसके बारे पता चला तो उसने वन विभाग व् राजस्व भू विभाग हिमाचल को व् पंचायत को इसकी शिकायत कर डाली पर तीर्थ राम व् उसके बेटों का दबदवा होने कारण पंचायत ने प्रस्ताव दाल दिया की हरविंदर सिंह झूठी शिकायतें करता रहता है. फिर इसी के चलते हरविंदर ने 1100 सरकारी न० पर इसकी शिकायत हिमाचल सरकार में तब जाके इस जमीन का 24/11/20 को निशान देही का मौका रखा गया. यह सारी जमीन का रकवा जंगली झाड़ियो से भरा पडा है जिस वजह से पटवारी व अन्य सरकारी कर्मचारी जमीन के अन्दर ना जा सके और निशान देहि ना हो सकी करीव शाम 4 बजे हरविंदर सिंह को भी इस मौका पर बुलाया गया. वन विभाग और राजस्व भू विभाग के कर्मचारियों ने एक पेपर लिखा की इस जमीन की निशान देहि हो गई है और सरकारी जमीन से कोई पेड़ ना कटा है हरविंदर सिंह को जबरन इस पर हस्ताक्षर करने को कहा गया हरविंदर सिंह ने इसका विरोध किया जब जमीन की निशान देही ही नहीं हुई है तो मै हस्ताक्षर नहीं कर सकता फिर तीर्थ राम व् उसके बेटों अरुण कौशल और पुनीत कौशल ने कहा की तो यहाँ से अब उठ के दिखा और घर जाके दिखा हरविंदर ने अपनी पत्नी सर्वजीत को मौका पर फोन करके बुलाया जब हरविंदर की पत्नी मौके पर गई तो हरविंदर कुर्सी से उठ कर अपनी पत्नी के साथ घर को चल पडा तभी आचानक तीर्थ राम व् उसके बेटों पुनीत कौशल और अरुण कौशल ने डंडों से हरविंदर कुमार पर हमला कर दिया उन सब ने हरविंदर की बायीं टांग पर डंडो से कई वार किये जिस कारण उसकी टांग बुरी तरह से फरेकच्र्र हो गई इस साड़ी घटना की वीडियो हरविंदर की पत्नी अपने मोबाइल में बना रही थी और उसने तुरंत अपना मोबाइल छाती में छुपा लिया लेकिन पुनीत और अरुण ने जबरन मोबाइल उसकी छाती में से निकाल लिया और अपने पास रख लिया. इस दोरान मौका पर सरकारी कर्मचारियों की साथ साथ गांव के भी 12 से 13 लोग मौजूद थे फिर हरविंदर ने इस घटना बारे 24/11/20 को ही पुलिस चौकी जोंगों में अपनी शिकायत दर्ज करवाई जिसकी पुलिस ने 16/12/20 को FIR दर्ज की है. पर अभी तक दोषियों खिलाफ कोई कार्यवाही ना हुई है और ना ही SC/ST एक्ट में मामला दर्ज किया गया है.
घटना दिनांक : 11.07.2020 की अपराह्न करीब 05.00 बजे की है . उक्त तिथि को पीडिता -बबिता कुमारी , उम्र करीब 13 वर्ष , पिता - शिवधार मांझी , जाति - अनुसूचित जाति ( मुसहर ) ,ग्राम -लौकरिया मुसहर टोली , थाना -जोगापटी , जिला - पश्चिमी चंपारण ( बेतिया ) अपनी चचेरी दादी एवं बहन केa साथ सरेह में घास कटाने गयी थी . वे लोग घास काटते काटते नवागाव के सरेह चकदहावा में पहुच गयी . तीनो करीब पांच - पांच बीघा पर घास काट रही थी . उसी कर्म में नवागांव निवासी अनूप शुक्ल उम्र करीब 40 वर्ष , जाति - सामान्य - ब्राह्मण बबिता कुमारी को अकेली देखकर उसे जबरन पाकर कर ईख के खेत में ले गया और उसके बलात्काPiर करने की पूरी कोशिश की पर पीडिता के विरोध पर वह असफल रहा . पीhडिता द्वारा विरोध किये जाने पर श्री शुक्ल द्वारा उसकी पिटाई भी की गयी और गला दबा कर हत्या भी करना चाहा . पर पीडिता की बहन एवं दादी उसकी रोने की आवाज़ सुनकर घटना स्थल पर पहुँच गयी . उक्त लोगो को देखते हुए श्री शुक्ल घटना स्थल से भाग निकले .
घटना की जानकारी जब पीडिता के पिता एवं परिवार वालो को हुई . तब वे लोग श्री शुक्ला के दरवाजे पर घटना के सन्दर्भ में पूछ ताछ के लिए गए तो श्री शुक्ल , मृतुoन्जय शुक्त , मुन्ना शुक्ल, चुन्नू शुक्ल एवं आयुष रंजन शुक्ल सभी हरवे हथियार से लैश होकर उनलोगों के साथ मारपीट करने लगे तथा लाइसेंसी पिस्टल दिखाकर जान से मार डालने की धमकी देने लगे तथा पिस्टल तान कर पीडितो को वहां से भगा दिया .
घटना के सन्दर्भ में जोगापटी थाना में कांड सं० : 284/ 20 , U/S 323,324,376 , 511 ,504 ,506 ,34 IPC , 3(20(va) sc/st act & 08 pocso act . के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है . at
दुखद बात तो यह है आपराधियो द्वारा उक्त प्रकार की घटना को अंजाम भी दिया गया और अपनी पहुँच पैरवी और पैसे की बदौलत दिनक : 12 . 07 . 2020 को पीडितो के विरुद्ध जोगापटी थाना में कांड स० : 288/20 के तहद काउंटर प्राथमिकी भी दर्ज करा दो गई . पुलिस मामले के पार्टी लापरवाही बरत रही है .