Total records:1276

Assault On Scheduled Tribe Women\"s In Telangwadi Raigad

    The three victim women were working in a field that had been cultivated by their ancestor.At around 1:30 pm,Superintendent of Police Shri.Salunkhe and the forest Department officer both came to the field and forced the victim out of the field and JCB destroye all the crops.the victim women opposed them destroying the crop.when the accused beat the women.  

  • Posted by: NDMJ - Maharastra
  • Fact finding date: 07-10-2019
  • Date of Case Upload: 09-04-2021

पंचायतघर में दलित के साथ हाथापाई व् जातिसूचक गलियां at boul

     यह घटना जिला ऊना की तहसील बंगाणा के गांव बौल की है. यह गांव ऊना मुख्यालय से 10 कि०मी० की दुरी पर है. राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. घटना सिथित इस गांव में पंझडा (डॉम) SC जाति के 10 घर,  चमार जाति के 60 घर, राजपूत जाति के 4 घर, सन्यार जाति के 50 घर, ब्राहमण जाति के 2 घर, जट जाति के 70 है इस गांव में 2 प्राइमरी व एक +2 तक हाई स्कुल है इस गांव में डिस्पेंसरी भी है व् पानी की भी कोई समस्या नहीं है.


     


    इसी गांव में दलित चमार जाति में से सुरम सिंह स्पुत्र गुरदास राम रहता है जिसकी उम्र लगभग 43 साल की है. वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे है एक बेटा और एक बेटी है. सुरम सिंह जो की पेशे से एक ड्राईवर है और अपनी खुद की pickup गाड़ी चलाता है.सुरम सिंह ने 10 जून, 2020 को अपने ही गावं के मणि कुमार स्पुत्र गुरबचन सिंह जाति चमार से pick up गाडी खरीदी.   जो की नगद पैसे न देकर सिर्फ किश्तों पर ही ली क्यूकि मणि कुमार उसकी किश्त नही दे पा रहा था.सुरम सिंह ने 9100 की चार किश्ते अपने चेक बुक के तहत मणि कुमार को दी.लेकिन उसके बाद 16 जुलाई 2020 को मणि कुमार ने सुरम सिंह को मना कर दिया की वह अपनी गाड़ी नही बेचना चाहता. जिस पर सुरम सिंह ने उसके खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया.


    03. 02. 2021 को सुरम सिंह ने गाड़ी सडक किनारे खड़ी की वहां से रात 10 बजे के करीब मणि कुमार वह गाड़ी उठाकर ले गया. जिसमे बंदरों को पकड़ने वाले पिंजरे चेक बुक बैंक खाता की कॉपी, फूट पंप जिसकी कीमत 3500 रूपये है व अन्य सामान गाड़ी में था. इस बारे सुरम सिंह ने इसकी शिकायत ASP ऊना को करी. वहां से इस घटना के बारे जोल पुलिस चोकी को कहा गया पर वहां पर SHO ने कहा में इस घटना के बारे में कुछ नहीं के सकता आपका केस कोर्ट में चला हुआ है.उसके बाद मणि कुमार ने सुरम सिंह के खिलाफ पंचायत में शिकायत कर दी की सुरम सिंह उसे बिना वजह तंग कर रहा है.


    जब 10. 03. 2021 को सुरम सिंह अपनी मोम्न्यार पंचायत जलास में गया तो वहां पर वार्ड पंच संजीव शर्मा यह कह कर  डराने लगा की एक चमार प्रशोतम जो दलितों का मुखिया था उसे तो मार दिया गया क्या उसकी जगह अब तू पैदा हो गया है इतने में मोका पर प्रधान अंजना देवी बोली की तुम साले चमारो का तो यही काम है. इतने में अंजना देवी के पति यशपाल सिंह ने सुरम सिंह की धक्के देकर व जातिसूचक गलियां निकलते हुए पंचायतघर से बाहर निकाल दिया. इसके बाद सुरम सिंह की मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया जिस पर सुरम सिंह ने 01. 04. 2021 को 1100 सरकारी CM नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हुए पंचायत के खिलाफ अपनी शिकायत दर्ज करवा दी. जिस पर अभी तक पुलिस की तरफ से दोषियों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नही हुयी है

  • Posted by: NDMJ - Himachal Pradesh
  • Fact finding date: 06-04-2021
  • Date of Case Upload: 06-04-2021

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दलित परिवार के साथ मारपीट व् गाली गलोच at Nangra

                    यह घटना जिला ऊना की तहसील बस्तेहडा के गांव नंगडा फतेपुर की है यह गांव जिला मुख्यालय से 09 कि०मी० की दुरी पर है राज्य हिमाचल में जातिय व्यवस्था पर आधारित छुआछूत की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है भारत को आज़ाद हुए 70 वर्ष के करीब हो गए है पर ऐसी घटिया मानसिकता रखने वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. घटना सिथित इस गांव में चमार जाति के 45 घर, राजपूत जाति के 10 घर, तरखान जाति के 20 घर, ब्राहमण जाति के 60 घर, बाती OBC जाति के 400 घर, खत्री जाति के 7 घर व लोहार जाति के 7  घर. ज़ीर जाति के 5 घर, डाम 10 घर है. इस गांव में चमार जाति में शिव राम भाटीया स्पुत्र स्व: बारू राम रहता है जिसकी उम्र 63 वर्ष है. वह 2017 में यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया से रीटाइरड हुए है. इनके पांच बच्चे है 4 लड़के और एक लड़की सभी शादी शुदा है. शिवराम भाटीया अपने घर में अपने चारों बच्चों व् उनके परिवारों के साथ इक्कठे एक ही परिवार में रहते है उनका सबसे बड़ा बेटा नरेश भाटिया जो की HDFC बैंक गगरेट में सीनियर मैनजर के रूप में कार्यरत है बाकी तीन बेटे अपना अपना व्यवसाय चला रहे है.


            शिवराम भाटिया के घर से दुसरे गांव में करीब 500 मीटर की दुरी पर अमर नाथ स्पुत्र रत्न चन्द जाति तरखान (OBC) रहता है जो कि शिवराम भाटीया का काफी करीबी मित्र था और उसके साथ शिव राम भाटिया के बहुत लम्बे समय से पारिवारिक सम्बन्ध रहे है अमर नाथ की पत्नी माया देवी ने गहरे विश्वासनीय रिश्ते के तहत शिवराम भाटीया को कहा की उसके मायके में उसकी माँ व् बहन के इलावा उसका कोई भी ना है और उनकी 75 मरले ज़मीन है जो कि बेचना चाहते है वह इसके बाद 2016 के मई महीना में अमर नाथ व उसकी पत्नी ने शिवराम भाटीया के साथ अपनी ज़मीन का सौदा किया उस ज़मीन का कुल रकवा 75 मरले का है जो की 40 हज़ार रूपये मरला के हिसाब से तय हुआ इसके बाद अमर नाथ ने कहा की मुझे कुछ पैसों की अभी जरुरत है बाकि मैं जरुरत के हिसाब से आपसे पैसे लेता रहूंगा. व् शिवराम भाटीया को ज़मीन दिखा कर ज़मीन का कब्ज़ा दे दिया शिवराम भाटीया ने काफी पैसा खर्च करके उस ज़मीन का लेवल बनाया उसके बाद अमर नाथ ने शिवराम भाटीया से 3 साल में कुल 23 लाख 25 हज़ार की रकम थोड़े थोड़े पैसों के रूप में ले ली है इस ज़मीन का लेवल करने के बाद पता चला की ज़मीन के लिए बताया गया रास्ता जो है वो विवादित है पर जब अमर नाथ से बात की गई तो उसने कहा की रस्ते की जिमेदारी मै लेता हु आपको रास्ता मैं दिलाऊंगा इसी भरोसे के चलते शिव राम भाटीया ने उसको 3  साल के भीतर 23 लाख 25 हज़ार की रकम दे डाली पर अंत समय तक अमर नाथ गुमराह करता रहा कि मैं आपको रास्ते की समस्या हल कर दूंगा अगर न हो सका तो मैं अपनी फतेपुर की ज़मीन बेच कर आपके पैसे वापिस कर दूंगा. और जिस बजह से ज़मीन की रजिस्ट्री ना हो पाई है.


    जब शिवराम भाटिया ने करीब 10 महीने पहले अमर नाथ व उसके परिवार से बात करी की वह ज़मीन की रजिस्ट्री करवाये तो अमर नाथ ने अपने बड़े बेटों के साथ मिलकर मना कर दिया की हमें सिर्फ 25 हजार रूपये आये है इसलिए हम कोई ज़मीन नहीं देंगे उसके बाद शिव राम भाटिया ने इनके कई रिश्तेदारों व पड़ोसियों से बात की और कई बार इसके गांव के मुखिया लोगों को इस घटना बारे बताया और अमर नाथ के घर पर भी शिव राम भाटिया अपने बड़े बेटे और पत्नी सहित बहुत बार इसके घर पर गए और ज़मीन के लेन देन और पैसो बारे बात की पर अमर नाथ ने उसके बेटों ने साफ़ मना ही किया की हम कोई ज़मीन नहीं देंगे और ना ही हमें कोई पैसे आये है सिर्फ 25000/- के इलावा. फिर इसके बाड शिव राम भाटीया ने अपनी व उनकी पंचायत से भी इस घटना बारे बात करी. पर सब जगह उन्होंने मना ही किया.


    जब 17/3/21 को करीब सुबह 9 बजे शिवराम भाटीया अपने घर से 150 मीटर दूर अपने खेत में अपने बेटे अनुराग के साथ काम कर रहा था तो अचानक वहां पर अमर नाथ का बेटा प्रीतम उर्फ़ लोंगु आ गया और शिवराम भाटीया के साथ गाली गलोच करने लगा और उसने अपने ओर अन्य चार भाइयों शमशेर, रजत, सुरजीत, यशपाल को भी बुला लिया व् जब पांचों शिवराम भाटीया के साथ मारपीट करने लगे तो शिवराम भाटीया का बेटा अनुराग जो की खेत की दूसरी तरफ था वो भी आ गया तब शमशेर व् उसके भाइयों ने गालियाँ निकालते हुए कहा की तुम हमारे रिश्तेदारों में बेज़ती कर रहे हो कुत्ते चमारों सालो तुमने हमारा कर लिया इसके बाद शमशेर ने एक पत्थर शिवराम भाटीया के सर पर दे मारा जिसके तहत उनको अंदरूनी चोट लगी और पांचों शिवराम भाटीया व उनके बेटे अनुराग को पीटने लगे फिर शिवराम भाटीया के घर में पता चला तो विच बचाब में घर परिवार व् गांव वासियों सहित सब आ गये तब मौका से पाचों और उनके साथ आये अज्ञात 4 से 5 लोग वहा से भाग गए. फिर शिवराम भाटीया ने मेहतपुर पुलिस चौकी में अपनी शिकायत दर्ज करवाई उसके बाद पुलिस ने शिवराम भाटीया व् उनके बेटे अनुराग का मेडिकल करवाया जिस वजह से शिव राम भाटिया को 4 दिन अस्पताल ऊना में दाखिल रहना पडा. पर FIR होने उपरांत भी अभी तक दोषी गिरफ्तार नहीं हुये हैं.           

  • Posted by: NDMJ - Himachal Pradesh
  • Fact finding date: 21-03-2021
  • Date of Case Upload: 21-03-2021

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On The Land Of aTribal women Prevent Her Form Landing By Encroaching

     D. 31/01/2020 Aarti Chahu Katkari, age 41 years Dhada Anganwadi helper, resident. House no. 450 Mupo Kudevahal Ta. Panvel


    Dist. Raigad Mo. No. Appearing before 9819022190 at Police Station, I write the reply that I am as above and my husband Chahu Katkari, children Ganesh, Bhavana and Mayuresh have been living at the above mentioned address for about 22 years. He earns his living by working at the College, Panvel. My maiden name was Aarti Pandurang Naik. Our caste is Hindu Katkari and just like that we have caste certificates. We have proposed to be present for interrogation. Deputy Commissioner of Police Sato. Pari. 02, to Panvel. In connection with the complaint form filed on 06/01/2020, I would like to state that my marriage dated. At the time of 28/05/1998, I was living in a house reserved for the Katkari community in the village where my husband and mother-in-law live. The house is in the name of my husband Chahu Katkari. In 2004, my father bought me the land of Kundlik Lahu Patil in our village, where we built a house and moved in. So our old house no. 243 remained the same. After a few days, our old house was charmed, so there was no space under the house. After that we neglected our place. About 4 to 5 years ago, when I went to our village to build a house in this area, Revannath Raghunath Patil from our village came to this place and told me that he owns the land. He would have asked me. The place is Mrs. He said that he had bought it from Gangrebai. At that time, my husband and I told Revannath Patil that the land belonged to us


    Revannath Patil did not allow us to come to this place. We tried to solve this problem through the Gram Panchayat


    No settlement has been reached yet. On 24/09/2019, I handed over our house no. To Gram Panchayat Kundewahal. 243 Ghe in space


    While seeking permission to build a new house, the gram panchayat refused the building permission on the order of CIDCO and Revannath Patil


    He also informed me that when he asked for building permission on the site, his permission was also denied. After that.


    11.30 am on R / 01/2020. Around the time I was coming home from work, Regannath Patil and his cousin Kadhinath Gopal


    Patil is our house no. When I saw the light pole being loaded in the open space of 243, I saw that the pole is back to them.


    At the time when Lava said that, both of them, do I have your place?.
    43. While digging larvae pole in Makilya space, Dia Wali also. This poll is back


    Tawa Ar Saadeji, both of them, do I have a place for you?


    The bus came running to hit me. After that I died on the spot and told my husband all the facts


    My cousin Kiran Ladya Katkari, who lives next door to the 243rd house, is always with his family. Had to live in 258. They are also charged house rent by the Gram Panchayat. Next to this house was his cattle shed. At that time, Amar Parat gave Kisan Katkari a place to stay temporarily. After that, Gharat started increasing the space given to Kisan Katkari for living next door. Ten years ago, Gharat completely took possession of the land and evicted Kisan Katkari, so Pandharinath Bhoir gave his land to Kiran Katkari\\\'s Kutan Bala to live in.Due to the migration of Kisan Gavkari\\\'s family, Amrit Gharat took over the entire space of our house. As Nilesh Gharat, son of Amrut Gharat, is currently constructing the site, Vidan Yatkari, his son Dnyaneshwar and other members of the family have joined Nilay Gar. 04.30 pm on 20/12/2019. Around this time, Nilesh started pushing Dnyaneshwar and his brother to tell them not to build a house on their land. At that time, Nilesh told Dnyaneshwar Kotkari that we will not give you a place, do what you want to do, do what you want to do on the place. Dnyaneshwar told me all about it in the evening of the same day. After that, I don\\\'t want to argue. After that, I met the State Inspector of National Dalit Movement for Justice-Maharashtra, Shri. Although I told Balasaheb Landage about this, for about four to five years, Revannath Raghunath Patil has been living in our house in Kundewahal Katkari village no. He and his brother Kashinath Patil hurled insults at me and threatened to hit me with a stick. Katkari\\\'s house in Kundewahal Katkari village no. I have a strong complaint against Kisan Katkari and his family for giving Shirigal Yaran as well as Dharmaki for the construction of the 258 plot of land. It is right and true to say.

  • Posted by: NDMJ - Maharastra
  • Fact finding date: 03-01-2020
  • Date of Case Upload: 16-02-2021

Dominat people have deadly attack on dalits people and seriously injured half dozen dalits .

    दबंगों ने  हरवे  हथियार से लैश होकर दलितों पर जानलेवा हमला बोल


    आधा दर्जन दलितों को घम्भीर रूप से घायल किया और लूट पाट भी की . 


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    घटना सूबे बिहार के मधुबनी जिले के पतौना ओपी - विशफी थाना क्षेत्र के परसौनी गाँव की है . दिनांक 22 .12.2020 की रात्रि करीब 08 बजे ग्रामीण दबंग विजय साहू , अजय मंडल , सोनू मंडल , लालबाबू मंडल अवधेश मंडल , चुन्नुमंडल सहित गैर अनुसूचित जाति के  दर्जनों की संख्या में हरवे हथियार से लैश होकर  पीड़ित अनिलाराम ,सुनील राम ,रामानंद राम राजकुमार राम पर जानलेवा हमला बोल दिया जिसमे तीन पीड़ित गंभीर रूप से घायल हो गए . 1. सुनील कुमार राम का सर फट गया , 12 टांका लगा है साथ ही उनके बयां पैर फ्रेकचर हो गया 2. अनिल कुमार राम का सर फट गया 09 तान्कान लगाया गया है काफी चोटें आई है 3. दायें हाथ की हड्डी थोड दी गयी तथा पश्ली की हड्ड्याँ क्रेक हो गयी है . इसके अलावा रामा नन्द की पत्नी फुलिया देवी के साथ दूर्व्योहार किया गया तथा आधे दर्जन लोगो को चोट्टे लगी है . हमलावरों द्वारा दहशत कायम कर दिया गया अनिल राम  के दामाद की आल्टो कार क्षतिग्रस्त कर डी गयी . l ग्रामीणों द्वारा हस्तक्षेप किये जाने पर हमलावर पीडितो को जान से मारने एवं झूठे मुकदमो में फ़साने की धमकिय देते हुए चले गए . 


    घटना का कारन यह है कि भूमि विवाद को लेकर आपराधियो द्वारा पूर्व में भी पीडितो पर अत्याचार किया गया था जिसके सम्बन्ध में पीड़ित रामानंद राम ने विस्फी थाना में कांड संख्या 361 / 20 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी . प्रथैकी में अन्य धाराओ के साथ साथ एससी एसटी एक्ट की भी धाराए लगायी गैयी थी . अरोपियी द्वारा मामले को सुलह करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था . पर पीड़ित मामले को सुलह करने से इंकार कर दिए थे . 

  • Posted by: NDMJ-Bihar
  • Fact finding date: 12-01-2021
  • Date of Case Upload: 05-02-2021


Files

1) FIR 
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